डायरेक्टर, एक्टर और प्रोडूसर अनुराग कश्यप को उनकी बेबाक कहानियों और तीखी राय के लिए जाना जाता है। हाल ही में वह उन अफवाहों परभड़क उठे, जिनमें दावा किया जा रहा था कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी है। मार्च 2025 में अनुराग ने मुंबई को अलविदा कहकर दूसरे शहर मेंअपना नया ठिकाना बनाया था। इस खबर ने तुरंत हलचल मचा दी और लोग कयास लगाने लगे कि अनुराग ने फिल्म मेकिंग को हमेशा के लिए छोड़दिया। हालांकि, अब अनुराग ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है।
ट्विटर या कहे एक्स पर अपनी बेबाकी भरे अंदाज में उन्होंने लिखा, "मैंने शहर बदल लिया है। मैंने फिल्म निर्माण नहीं छोड़ा है। उन सभी लोगों के लिएजो सोचते हैं कि मैं निराश हो गया हूँ और चला गया हूँ। मैं यहाँ हूँ और मैं शाहरुख खान से ज़्यादा व्यस्त हूँ (मुझे होना ही है, मैं उतना पैसा नहीं कमाताहूँ) मेरे पास 2028 तक की तारीखें नहीं हैं।इस साल मेरी पाँच निर्देशित फ़िल्में आने की उम्मीद है या शायद अभी तीन और अगले साल की शुरुआतमें दो। मेरे पास सबसे लंबा IMDB है और मैं इतना व्यस्त हूँ कि मैं एक दिन में 3 प्रोजेक्ट को मना कर देता हूँ। तो कृपया अपना खुद का देखिये"
हाल ही में अनुराग ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) पर भी जमकर निशाना साधते नजर आए थे। अनंत महादेवन कीबायोग्राफिकल ड्रामा ‘फुले की रिलीज में हो रही देरी पर वह काफी ज्यादा नाराज दिखे थे। इस फिल्म में प्रतीक गांधी और पत्रलेखा मुख्य भूमिका मेंहैं। सीबीएफसी ने कथित तौर पर इस फिल्म पर जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कई कट्स लगाने को कहा है। यह फिल्म 25 अप्रैलको रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब इसकी तारीख अनिश्चित है। अनुराग ने सीबीएफसी की इस कार्रवाई को सेंसरशिप का गलत इस्तेमाल करारदिया और इसे रचनात्मक स्वतंत्रता पर हमला कहा।
मुंबई से दूर जाने के बावजूद अनुराग न सिर्फ निर्देशन में सक्रिय हैं, बल्कि अभिनय में भी अपनी छाप छोड़ रहे हैं। वह जल्द ही एक्शन-ड्रामा फिल्म‘डकैत में इंस्पेक्टर स्वामी के किरदार में नजर आएंगे। इस फिल्म में मृणाल ठाकुर और आदिवी शेष भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। अनुराग का यह किरदारउनके प्रशंसकों के लिए एक नया सरप्राइज होगा, क्योंकि वह पहले भी ‘युध और ‘लियो और 'महाराजा' जैसी फिल्मों से अपने अभिनय का लोहामनवा चुके हैं।
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