मुंबई क्राइम ब्रांच ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक महत्वपूर्ण प्रगति करते हुए रविवार शाम को पुणे में तीसरे संदिग्ध प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता की चौंकाने वाली हत्या के मद्देनजर हुई है, जिनकी एक निर्मम हमले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे राजनीतिक परिदृश्य में सदमे की लहर दौड़ गई थी।
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि
प्रवीण लोनकर, शुभम लोनकर का भाई है, जिसने पहले फेसबुक पर सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस ने अपराध में शामिल कुल छह संदिग्धों की पहचान की है, जिनमें से तीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है: गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप और अब प्रवीण लोनकर। शेष तीन संदिग्ध शुभम लोनकर, शिव कुमार गौतम और मोहम्मद जीशान अख्तर अभी भी फरार हैं, जिससे बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
अधिकारियों ने खुलासा किया कि धर्मराज कश्यप और शिव कुमार गौतम प्रवीण लोनकर की डेयरी दुकान के बगल में स्थित एक स्क्रैप की दुकान पर कार्यरत थे। जांच से पता चलता है कि प्रवीण और शुभम लोनकर ने हत्या की साजिश रची और इस हमले को अंजाम देने के लिए कश्यप और गौतम को काम पर रखा।
राजनेता पर चौंकाने वाला हमला
बाबा सिद्दीकी पर शनिवार को बांद्रा पूर्व में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के पास हमला किया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तीन हमलावर एक वाहन में अपना चेहरा ढंके हुए आए थे। कुछ ही देर में शिव कुमार ने 9.9 एमएम पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें कुल छह राउंड गोलियां लगीं। दुखद बात यह है कि सिद्दीकी को तीन गोलियां लगीं, जिससे उनकी छाती पर गंभीर चोटें आईं। लीलावती अस्पताल ले जाने के बावजूद, वहां पहुंचने के तुरंत बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
दशहरा समारोह के दौरान दिनदहाड़े किए गए हमले की चौंकाने वाली प्रकृति ने महाराष्ट्र में सार्वजनिक सुरक्षा और कानून प्रवर्तन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।