राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को दहला देने वाले भीषण कार ब्लास्ट को पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन इस आतंकी हमले की गूंज और जांच का सिलसिला अभी भी जारी है। लाल किले से कुछ ही दूरी पर हुए इस विस्फोट में दर्जनों निर्दोष लोगों की मौत हुई थी। शुरुआती जांच में इसे एक सुनियोजित आतंकी हमला बताया गया है, और मामले की जांच टीमें हर संभावित कोण से पड़ताल कर रही हैं।
दहशत का नया प्रमाण: होटल का CCTV फुटेज
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— Preeti Sompura (@sompura_preeti) November 11, 2025
जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पूरे इलाके के CCTV फुटेज खंगालना है, ताकि इस साजिश में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके। इसी कड़ी में, आसपास की दुकानों और होटलों के फुटेज सामने आ रहे हैं, जो ब्लास्ट के भयावह मंजर को दर्शाते हैं। हाल ही में, एक होटल का नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जो बताता है कि धमाका कितना तीव्र था। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग होटल के अंदर आराम से बैठे हुए हैं। अचानक, कुछ ही सेकंड के भीतर, धरती बुरी तरह हिलती है। विस्फोट की प्रचंडता से वहां मौजूद लोग दहशत में आ जाते हैं और उठ खड़े होते हैं।
धमाका इतना तेज था कि लोग कुछ समझ ही नहीं पाते कि आखिर क्या हुआ। वीडियो में तुरंत अफरातफरी का माहौल बन जाता है, और डरे हुए लोग सुरक्षा की तलाश में इधर-उधर भागते-दौड़ते दिखाई देते हैं। यह फुटेज न केवल विस्फोट की तीव्रता को दिखाता है, बल्कि उस क्षण आम जनता के मन में उत्पन्न हुए अचानक डर और अनिश्चितता को भी उजागर करता है।
जांच का दायरा और गिरफ्तारियां
जांच टीमें इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं कि इस ब्लास्ट में और कौन-कौन शामिल था। माना जा रहा है कि यह आतंकी मॉड्यूल कई लोगों का एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है। सुरक्षा एजेंसियों ने इस धमाके को अंजाम देने में शामिल कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है, जिनसे पूछताछ के आधार पर आगे की कड़ियां जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
दिल्ली के बाद श्रीनगर में दोहराई गई घटना
दिल्ली के इस बड़े विस्फोट के 5 दिन के भीतर ही, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भी एक खतरनाक ब्लास्ट की घटना सामने आई। श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए इस विस्फोट को भी दिल्ली ब्लास्ट से जोड़कर देखा जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रीनगर में हुए ब्लास्ट की भयावहता भी कम नहीं थी, जिसमें लोगों के चिथड़े उड़ गए और आसपास के घरों की खिड़कियां तक हिल गईं। दोनों घटनाओं के बीच लिंक की जांच की जा रही है, खासकर इसलिए क्योंकि श्रीनगर में अमोनियम नाइट्रेट का जखीरा जब्त किया गया था, जिसका इस्तेमाल दिल्ली धमाके में होने का शक जताया जा रहा था।
दिल्ली और श्रीनगर की घटनाओं ने देश की सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। यह न केवल आतंकी समूहों की बढ़ती सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वे किस तरह से बड़े शहरों और संवेदनशील स्थानों को निशाना बना रहे हैं। जांच अभी जारी है और देश यह जानने का इंतजार कर रहा है कि इस दोहरे हमले के पीछे कौन-सा नेटवर्क काम कर रहा था।