ताजा खबर

अगर एग्जिट पोल गलत साबित हुए तो क्या होगा? चलेगा कांग्रेस की फ्रीबीज का जादू या BJP करेगी चमत्कार?

Photo Source :

Posted On:Saturday, December 2, 2023

देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अब सबकी नजरें 3 दिसंबर को होने वाली वोटों की गिनती पर ही टिकी हैं कि आखिर ऊंट किस करवट बैठता है. हालांकि, एग्जिट पोल में कांग्रेस बनाम बीजेपी 3-1 का अनुमान लगाया गया है यानी राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में कांग्रेस और मध्य प्रदेश में बीजेपी की जीत होगी। यदि ये नतीजे झूठे साबित हुए तो क्या होगा? बस यही सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है. इस सवाल पर न्यूज24 पर खुली बहस में कई राजनेताओं और वरिष्ठ पत्रकारों ने हिस्सा लिया. एक तरफ इन राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों को 2024 के लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन राजनीतिक जानकार इससे इनकार भी करते नजर आ रहे हैं. अब विश्लेषकों की मानें तो अगर एग्जिट पोल के नतीजे उलट गए तो राजस्थान में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन सकती है. इसके साथ ही हर पार्टी के अपने-अपने दावे हैं.

बीजेपी प्रवक्ता का दावा- तेलंगाना में इतिहास रचेगी बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने दावा किया कि पार्टी चारों राज्यों में जीत हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सत्ता विरोधी लहर के कारण बीजेपी को 90 में से 50 से ज्यादा सीटें मिलेंगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी तेलंगाना में इतिहास रचेगी. हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या इन नतीजों को 2024 के लोकसभा चुनाव से जोड़ा जाना चाहिए तो उन्होंने कहा कि 2024 का इससे कोई लेना-देना नहीं है. 2018 में हम पांच-शून्य थे, लेकिन फिर भी 2019 में हमने मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ लोकसभा सीटों पर अपने विरोधियों का सफाया कर दिया। राजस्थान में भी यही स्थिति थी. उन्होंने दावा किया कि पार्टी को नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का फायदा मिल रहा है.

कांग्रेस ने पांच राज्यों में सरकार बनाने का दावा किया है
3-1 विश्लेषण कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि वह आपके (न्यूज 24-टुडेज़ चाणक्य और अन्य एजेंसियों) सहयोगियों द्वारा की गई कड़ी मेहनत को सलाम करते हैं। इसके बावजूद हम आपके दावे को खारिज कर रहे हैं. हम पांच-शून्य से जीत रहे हैं. छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस बहुमत से जीतेगी. मिजोरम में भी कांग्रेस जोड़-तोड़ से ही सही सरकार बनाएगी. हालांकि उन्होंने माना कि पार्टी राजस्थान में संघर्ष कर रही है, लेकिन उन्होंने यहां जीत का दावा भी किया.

वहीं, सुरेंद्र राजपूत ने नरेंद्र मोदी को डूबता सूरज बताया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी एक समय दोपहर 2 बजे डूबने वाला सूरज थे, लेकिन अब वह शाम 6 बजे डूबने वाला सूरज हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के बीच बड़े अंतर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हर चुनाव में स्थिति बदली है. अग्निवीर जैसी योजना 10 साल में नहीं आई, जिसके कारण लोग भाजपा से दूर हो रहे हैं।

ओवैसी की पार्टी किसी भी हालत में बीजेपी के साथ नहीं जाएगी
तेलंगाना में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के किंगमेकर होने के असदुद्दीन ओवैसी के दावे पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि एग्जिट पोल सटीक नहीं हैं। तेलंगाना में 7 मौजूदा विधायक थे, इस बार 9 चुनाव लड़ रहे हैं। सात अंतर से जीतेंगे, बाकी 2 भी आगे रहेंगे। एक तरफ वारिस पठान ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति की सरकार बनाने की बात कही तो दूसरी तरफ उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी को एक ही सिक्के के दो पहलू माना. उन्होंने जहां गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में कांग्रेस के साथ सहयोग की संभावना से इनकार किया, वहीं भारतीय जनता पार्टी को कोसने को लेकर बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी गठबंधन की आलोचना कर रहे हैं. , तो इसका मतलब ये निकाला जाना चाहिए कि वो बीजेपी के साथ हैं. ओवैसी मर जाएंगे, लेकिन किसी भी हालत में बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. हमारा लक्ष्य सिर्फ बीजेपी को हराना है, चाहे कोई भी जीते.

बीजेपी अपनी हार से नहीं बल्कि कांग्रेस की जीत से दुखी होगी.
वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्द्धन त्रिपाठी के मुताबिक, कांग्रेस का मुफ्त प्रचार का जादू तेलंगाना और राजस्थान में चलता नहीं दिख रहा है. नए प्रयोग का फायदा बीजेपी को राजस्थान में मिल सकता है. अंतिम समय में पार्टी कोई भी खेल खेल सकती है. दूसरी ओर, भारत राष्ट्र समिति तेलंगाना में कांग्रेस के अभियान पर भारी पड़ सकती है। वरिष्ठ पत्रकार विजय विद्रोही का मानना ​​है कि एमपी में कांग्रेस एक सीट ज्यादा ले सकती है और राजस्थान में बीजेपी एक सीट ज्यादा ले सकती है, लेकिन आगे निकलेगी. पिछले 25 वर्षों में लोगों को अदला-बदली का सामना करने की आदत हो गई है। बीजेपी ने पिछले 6 महीने में वसुंधरा को आगे न करके अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है. अगर दूसरे राज्यों के हालात की बात करें तो बीजेपी को अपनी हार से नहीं बल्कि कांग्रेस की जीत से ज्यादा नुकसान होगा. जैसा कि कहा जाता है, 'भाई की मौत दुखद है, लेकिन भाभी का गुस्सा शांत हो गया है।'


फिरोजाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. firozabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.