मुंबई, 20 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। NCP (शरद गुट) की सांसद सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर बिटकॉइन घोटाले का आरोप लगा है। पुणे के पूर्व IPS अधिकारी रवींद्र नाथ पाटिल का दावा है कि दोनों नेताओं ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बिटकॉइन घोटाल का पैसा इस्तेमाल किया है। रवींद्र ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा- बिटकॉइन डीलर ने ही उन्हें बताया है कि इसमें बारामती सांसद और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष भी शामिल हैं। वे पहले ही 150 करोड़ रुपए के बिटकॉइन बेच चुके हैं। उनके पास कई सौ करोड़ और हैं। पाटिल ने बुधवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इस मामले में जांच की मांग की। उन्होंने PTI से बातचीत में कहा, मेरे पास सुले और पटोले की बातचीत के वॉइस नोट हैं। जिसमें वे चुनाव के लिए फंड जुटाने के लिए बिटकॉइन कैश कराने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे अलग-अलग लोगों की 10 ऑडियो क्लिप मिली हैं। इनमें सुप्रिया सुले, नाना पटोले, IPS अमिताभ गुप्ता, IPS भाग्यश्री नवटेक और गौरव मेहता की ऑडियो शामिल हैं। उधर, ED ने बिटकॉइन घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के रायपुर में रेड की। यहां गौरव मेहता (सारथी एसोसिएट्स ऑडिट फर्म के कर्मचारी) के ठिकानों पर छापेमारी की। वहीं, पाटिल के आरोपों पर 19 नवंबर की रात BJP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने डीलर, अमिताभ गुप्ता, सुप्रिया सुले, नाना पटोले की बातचीत का ऑडियो शेयर किए। उन्होंने पूछा- डीलर जिनकी बात कर रहा है, वे बड़े लोग कौन हैं?
पूर्व IAS के आरोप के बाद सुप्रिया ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग और साइबर क्राइम से की। सुप्रिया ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, वोटिंग से एक रात पहले, मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठी खबर फैलाने के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। हमने बिटकॉइन के दुरुपयोग के झूठे आरोपों के खिलाफ चुनाव आयोग और साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई है। इसके पीछे की मंशा पूरी तरह से साफ है। यह निंदनीय है कि भारत के संविधान के तहत बने लोकतंत्र में ऐसी चीजें हो रही हैं। सुप्रिया ने लिखा, मैं सुधांशु त्रिवेदी के सभी आरोपों का खंडन करती हूं। ये सब अटकलें और झूठ हैं। मैं भाजपा के किसी भी नेता के साथ सार्वजनिक मंच पर बहस के लिए तैयार हूं, समय और तारीख भी वही चुनें। बारामती सांसद ने यह भी लिखा- यह भयावह है कि सुधांशु त्रिवेदी ने इस तरह के निराधार आरोप लगाए हैं, फिर भी इसमें हैरानी नहीं है, क्योंकि साफतौर पर यह चुनाव से एक रात पहले झूठ फैलाने का मामला है। साथ ही, बिटकॉइन के आरोप पर नाना पटोले ने कहा, सब लोग मेरी आवाज अच्छे से समझते हैं। बीजेपी हार के डर ओछि राजनीति कर रही है। विनोद तावड़े पैसे बांटते पकड़े गए, देवेंद्र फणडवीस के पीए के गोदाम में शराब मिली। ये लोग महाराष्ट्र में वोट जिहाद और शराब जिहाद लाना चाहते हैं। इसे छिपाने के लिए कल (19 नवंबर) की रात तथाकथित IPS अधिकारी रवींद्र पाटिल जो कभी आईपीएस नहीं रहा, वो खुद जेल में था। उसको सामने करके हम लोगों पर आरोप लगाए गए। हमने कल ही उनको मानहानि का नोटिस जारी किया है। FIR भी दर्ज कराई है। हम पूरी एंक्वायरी करवाएंगे। सरकार हमारी आ रही है। बीजेपी को सबक सिखाएंगे।
तो वहीं, रवींद्रनाथ ने अपने बयान में कहा, मैं जेल में सोच रहा था कि क्या हुआ था, क्या मामला था और मुझे क्यों फंसाया गया। मेरे साथ दूसरे लोग भी थे। हम सच का पता लगाने काम कर रहे थे। हमारे खिलाफ एक गवाह गौरव मेहता है, जो सारथी एसोसिएट्स नाम की ऑडिट फर्म का कर्मचारी है, दो दिन पहले उसने मुझे 4-5 घंटे तक कई बार कॉल किया। गौरव ने बताया कि 2018 में जब अमित भारद्वाज गिरफ्तार हुआ था, तो उसके पास एक क्रिप्टोकरेंसी हार्डवेयर वॉलेट था। उसे तत्कालीन कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बदल दिया था और दूसरा वॉलेट रख लिया था। हमें गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन असली अपराधी अमिताभ गुप्ता और उनकी टीम थी। अमिताभ गुप्ता के कहने पर गौरव मेहता कई बार दुबई गए और बिटकॉइन को नकदी में बदल दिया। उसी नकदी का इस्तेमाल महाराष्ट्र चुनाव में किया जा रहा है। मेहता ने मुझे कुछ वॉइस नोट भेजे जो सुप्रिया ने उन्हें वॉट्सऐप पर भेजे थे। इनमें वे बिटकॉइन के बदले नकदी मांग रही थीं। मेरे साथ चैट के दौरान गौरव मेहता ने आरोप लगाया कि वे इससे बाहर आना चाहते थे, लेकिन उनकी जान को खतरा होगा। मेरे पास सभी स्क्रीनशॉट और ऑडियो हैं। मैं उन्हें जांच एजेंसियों को देने के लिए तैयार हूं। मैं जांच में पूरा सपोर्ट करने के लिए तैयार हूं।