मुंबई, 02 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान विपक्ष वेल में आकर लगातार हंगामा करता रहा। विपक्षी सांसदों ने तानाशाही नहीं चलेगी, मणिपुर-मणिपुर और न्याय दो-न्याय दो के नारे लगाए। पीएम को इस दौरान दो बार अपना भाषण रोकना पड़ा। स्पीकर ने विपक्ष को दो बार ऐसा नहीं करने की नसीहत दी। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि ये ठीक नहीं है, फिर भी विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे। पीएम ने कहा, कांग्रेस पार्टी 2024 से परजीवी पार्टी के रूप में जानी जाएगी। कांग्रेस जिसके साथ रहती है, उसी के वोट खा जाती है। मैं ऐसा आंकड़ों के आधार पर कह रहा हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के 'हिंदू हिंसक' वाले कल के बयान पर कहा- ये गंभीर बात है कि हिंदुओं पर आरोप लगाने का झूठा षड्यंत्र हो रहा है। क्या हिंदू हिंसक होते हैं? देश इन्हें माफ नहीं करेगा। अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है
पीएम ने राहुल का नाम लिए बिना एक किस्सा सुनाया। कहा, 'कोई छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला। वह गिर गया, रोने लगा तो कोई बड़ा आकर कहता है कि देखो चींटी मर गई, चिड़िया मर गई। ऐसा कहकर बड़े बच्चे का मन बहला देते है। आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है। 1984 के चुनावों को याद कीजिए। तब से 10 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। तब से कांग्रेस 250 के आंकड़े को छू नहीं पाई है। इस बार 99 के चक्कर में फंस गए हैं। मुझे एक किस्सा याद आता है। एक बच्चा 99% मार्क्स लेकर घूम रहा था। लोगों की वाहवाही ले रहा था। टीचर ने कहा कि ये 100 में से 99 नंबर नहीं लाया, 543 में से लाया है। मैं किस्सा सुनाता हूं। एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा। मां भी डरी कि क्या हो गया। बच्चा बोला- मुझे स्कूल में उसने मारा, इसने मारा, वह जोर-जोर से रोने लगा। मां ने पूछा कि बेटा, बात क्या थी। बच्चा यही बोला कि मुझे मारा, मुझे मारा। बच्चे ने ये नहीं बताया कि उसने किसी को मां की गाली दी थी, किसी की किताब फाड़ दी थी, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था। सदन में कल हमने यही बचकानी हरकत देखी है। कल यहां कहा गया- मुझे इसने मारा, उसने मारा, यहां मारा, वहां मारा। सिम्पैथी हासिल करने के लिए नया ड्रामा खेला गया। जो सच्चाई जानते हैं कि हजारों करोड़ रुपए की हेराफेरी में जमानत पर बाहर हैं। ये OBC लोगों को चोर बताने के मामले में सजा काट चुके हैं। इन्हें देश की सर्वोच्च अदालत से गैर-जिम्मेदाराना बयान देने पर माफी मांगनी पड़ी है।
मोदी ने कहा, NDA सरकार ने बीते 10 साल में विकास को सबसे बड़ा संकल्प बनाया और अब देश को दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने का संकल्प है। हर घर में पीने का शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए संकल्प है। विश्व में भारत की ताकत बढ़ रही है। ये युग हरित युग है। भविष्य ग्रीन हाइड्रोजन से जुड़ा है। हम भारत को ग्रीन हाइड्रोजन का हब बनाने के लिए संकल्पित हैं। 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने में इन्फ्रास्ट्रक्चर की भी बड़ी भूमिका होगी। पीएम ने कहा, 'जितना निवेश भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। देश में बड़े पैमाने पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बन रहे हैं। स्किल डेवलपमेंट हो और नौजवानों का भविष्य संवरे, इसके लिए हम काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, एक स्टडी है कि पिछले 18 साल में प्राइवेट सेक्टर सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना है। भारत का डिजिटल पेमेंट सिस्टम दुनिया में उदाहरण बना है। G20 में आए देशों को भी इस पर अचरज होता है। जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ रहा है, चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। कुछ लोग भारत की डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डायवर्सिटी पर हमला कर रहे हैं। ये सिर्फ मेरी चिंता नहीं है, इससे सुप्रीम कोर्ट और भारत की जनता भी चिंतित है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट में गंभीरता से कहा है- ऐसा लगता है, इस महान देश की प्रगति कम करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।
पीएम ने कहा, अब सेना में भर्ती को लेकर सरासर झूठ फैलाया जा रहा है, ताकि लोग देश की रक्षा करने के लिए सेना में न जाएं। आखिर किसके लिए कांग्रेस हमारी सेनाओं को कमजोर करना चाहती है। हमारे देश में इंदिरा गांधी जी ने वन रैंक, वन पेंशन की व्यवस्था की थी, लेकिन इसे दशकों तक लागू नहीं किया गया। NDA सरकार ने 1 लाख 20 हजार करोड़ वन रैंक, वन पेंशन के लिए दिए। राष्ट्रपति जी, ने NEET पेपर लीक पर चिंता जताई थी। सरकार पेपर लीक को रोकने के लिए अत्यंत गंभीर है। इसे रोकने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पीएम ने कहा, कल जो हुआ, देश के कोटि-कोटि देशवासी इसे माफ नहीं करेंगे। 131 साल पहले स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो में कहा था- मुझे गौरव है कि मैं उस धर्म से आता हूं, जिसने पूरी दुनिया को सहिष्णुता और वैश्विक स्वीकृति सिखाई है। विवेकानंद जी ने दुनिया के दिग्गजों के सामने ये कहा था। हिंदू सहनशील है। इसी कारण भारत का लोकतंत्र और विविधता पनपी है। उन्होंने कहा, 'ये गंभीर बात है कि हिंदुओं पर आरोप लगाने का झूठा षड्यंत्र हो रहा है। क्या हिंदू हिंसक होते हैं? ये है आपकी सोच, आपका चरित्र। ये देश शताब्दियों इसे भूलने वाला नहीं है। इन लोगों ने हिंदू आतंकवाद गढ़ने की कोशिश की थी। इन्होंने शक्ति के विनाश की बात कही थी। देश इन्हें माफ नहीं करेगा। देश की संस्कृति-परंपरा का मजाक उड़ाना, इसे फैशन बना दिया गया है। सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है। पीएम बोले, हम बचपन से सीखते हुए आए हैं कि देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि ईश्वर का हर रूप दर्शन के लिए होता है। ईश्वर का कोई भी रूप प्रदर्शन के लिए नहीं होता। जिसके दर्शन होते हैं, उसका प्रदर्शन नहीं होता। हमारे देवी-देवताओं का अपमान 140 करोड़ लोगों के दिलों को चोट पहुंचा रहा है।