नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने राजधानी दिल्ली में आयोजित रायसीना डायलॉग 2024 में भी हिस्सा लिया और दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को एक नई दिशा देने का संदेश दिया। इसके बाद उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया। इस दौरान लक्सन का शानदार सेंस ऑफ ह्यूमर भी देखने को मिला, जिसने माहौल को हल्का और सहज बना दिया।
क्रिकेट से हल्का हुआ माहौल, दोनों प्रधानमंत्रियों की हंसी
प्रेस वार्ता के दौरान क्रिस्टोफर लक्सन ने मजाकिया अंदाज़ में कहा, "मैंने भारतीय प्रधानमंत्री से न्यूजीलैंड द्वारा भारत में टेस्ट सीरीज जीतने का जिक्र नहीं किया।" यह सुनकर प्रधानमंत्री मोदी और वहां मौजूद सभी लोग जोर-जोर से हंस पड़े। लक्सन ने आगे कहा, "यह अच्छा हुआ कि पीएम मोदी ने चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम की जीत का जिक्र नहीं किया। मैं उनकी इस उदारता की सराहना करता हूं।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि, "हम दोनों ही क्रिकेट पर बातचीत को यहीं समाप्त करना चाहेंगे।" उनके इस हंसी-मजाक ने दोनों देशों के बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। गौरतलब है कि इस संवाददाता सम्मेलन के दौरान न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी रॉस टेलर भी मौजूद थे। रॉस टेलर की मौजूदगी ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक अलग उत्साह पैदा कर दिया।
खालिस्तान मुद्दे पर भारत का कड़ा रुख
संवाददाता सम्मेलन में जहां दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने आपसी सहयोग को मजबूत करने की बात की, वहीं भारत ने न्यूजीलैंड में सक्रिय खालिस्तान समर्थक गतिविधियों पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को सीधे उठाया और कहा कि, "हमें उम्मीद है कि न्यूजीलैंड सरकार भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी।" पीएम मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे तत्व दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, जो स्वीकार्य नहीं है।
विदेश सचिव ने दी जानकारी, न्यूजीलैंड देगा सहयोग
विदेश सचिव जयदीप मजूमदार ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि खालिस्तान समर्थक गतिविधियों पर दोनों देशों ने गहन चर्चा की है। उन्होंने बताया, "भारत समय-समय पर अपने मित्र देशों को इन गतिविधियों के बारे में जानकारी देता रहा है। ये तत्व अक्सर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग करके आतंकवाद का महिमामंडन करते हैं।" जयदीप मजूमदार ने यह भी स्पष्ट किया कि न्यूजीलैंड सरकार ने पहले भी इन चिंताओं को गंभीरता से लिया है और इस बार भी उन्होंने भारत को आश्वस्त किया है कि वे आवश्यक कार्रवाई करेंगे। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर आपसी सहमति व्यक्त की है और भरोसे को और गहरा करने पर बल दिया है।
दोनों देशों के संबंधों में नई ऊर्जा
क्रिस्टोफर लक्सन का यह दौरा दोनों देशों के संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ता नजर आ रहा है। व्यापार, शिक्षा, तकनीक और रणनीतिक मामलों में सहयोग बढ़ाने के संकेत इस मुलाकात में साफ दिखाई दिए। पीएम मोदी और पीएम लक्सन की दोस्ताना बातचीत ने यह दिखा दिया कि भारत और न्यूजीलैंड आने वाले समय में वैश्विक मंचों पर भी मिलकर काम करने को तैयार हैं।