मुंबई, 05 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिकी दौरे पर गए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने गुरुवार को पार्टी विरोधी बयानबाजी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो लोग राष्ट्रहित में किए गए कार्यों को पार्टी विरोधी मानते हैं, उन्हें अपने दृष्टिकोण पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को भी खारिज करते हुए कहा कि जब आप देश की सेवा कर रहे हों, तब इन बातों को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं होना चाहिए। थरूर ने कहा कि हमारे राजनीतिक मतभेद देश की सीमाओं के बाहर जाते ही खत्म हो जाते हैं और सीमा पार करते ही हम पहले भारतीय होते हैं। शशि थरूर इन दिनों अमेरिका में हैं, जहां वे ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बने मल्टी पार्टी डेलीगेशन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में केंद्र सरकार की तारीफ की थी, जिसके बाद कांग्रेस के कुछ नेता उनसे नाराज हैं। कांग्रेस नेता उदित राज ने थरूर पर निशाना साधते हुए उन्हें भाजपा का ‘सुपर प्रवक्ता’ तक कह दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत-पाक के बीच मध्यस्थता को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा कि वह यहां किसी विवाद को बढ़ावा देने नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति का सम्मान है, लेकिन भारत को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो भारत पहले से अधिक ताकत से जवाब देगा, और अगर पाकिस्तान रुकेगा तो भारत भी रुक जाएगा। थरूर ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने इसका सख्ती से जवाब दिया। 10 मई को दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच बातचीत के बाद कार्रवाई को रोक दिया गया।
भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद पर वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति स्पष्ट करने के लिए सात डेलीगेशन को अलग-अलग देशों में भेजा है, जिनमें से एक का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं। यह डेलीगेशन अमेरिका, गुयाना, पनामा, ब्राजील और कोलंबिया का दौरा करेगा। इसमें थरूर के अलावा लोजपा की शांभवी चौधरी, झामुमो के सरफराज अहमद, टीडीपी के जीएम हरीश बालयोगी, भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर के लता, शिवसेना के मल्लिकार्जुन देवड़ा और मिलिंद देवड़ा तथा अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू भी शामिल हैं। थरूर ने 8 मई को ऑपरेशन सिंदूर की सार्वजनिक सराहना करते हुए इसे पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक मजबूत संदेश बताया था। उन्होंने कहा कि भारत ने 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद निर्णायक और सटीक जवाब दिया। इसी बयान के बाद कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता उनसे नाराज हो गए हैं।