मुंबई, 9 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। गुजरात में सूरत के सैयदपुरा मोहल्ले में गणेश पंडाल पर पथराव करने वाले आरोपियों के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई शुरु कर दी है। इलाके में कई आरोपियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवा दिया गया। बता दें, 6 युवकों ने पंडाल पर पथराव किया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद आरोपियों के घरवाले सैकड़ों लोगों के साथ प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। इलाके में देर रात तक जमकर हिंसा हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इस मामले में 28 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में सुबह की आरती भी की गई। इलाके में करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी लोग दूसरे धर्म के हैं। इनमें 2 नाबालिग भी हैं।
दरअसल, सैयदपुरा इलाके में 'वरियावी चा राजा' के नाम से मशहूर गणेश प्रतिमा पर 6 युवकों ने पत्थर फेंके। इनमें से 4 वयस्क और 2 नाबालिग हैं। आरोपी एक टेम्पो में सवार होकर आए थे। पथराव के आरोपी भागने लगे, लेकिन आयोजकों ने सभी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद आरोपियों के परिवार और उनके इलाके के 200 से ज्यादा लोग पुलिस थाने पहुंच गए। इसी दौरान दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और 10 से ज्यादा आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान दोनों धर्म के लोगों के बीच झड़प हुई। भीड़ ने पूरे इलाके में जमकर उत्पात मचाया और गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी भी की।
आपको बता दें, पथराव में डीसीपी विजय गुर्जर समेत 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। आसपास की इमारतों से भी पथराव किया गया। इसके बाद देर रात स्थिति काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के करीब 10 गोले भी दागे गए। साथ ही, घटना की सूचना मिलने के बाद देर रात सूरत के सांसद मुकेश दलाल मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। घटनास्थल पर उनके पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगने शुरू हो गए थे। इसी बीच भीड़ ने फिर से सैयदपुरा पुलिस चौकी का घेराव कर थाने का बोर्ड उतारने की मांग की। मुकेश दलाल ने कहा कि सभी पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शांति की अपील करने पहुंचे स्थानीय विधायक कांति बलर और पुलिस के साथ भी धक्का-मुक्की हुई।