मुंबई, 13 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने मदुरै में एक कॉलेज इवेंट में छात्रों से 'जय श्री राम' का जयकारा लगाने को कहकर विवाद खड़ा कर दिया है। शनिवार को मदुरै में एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रवि ने अपने संबोधन के आखिर में छात्रों से जयकारा लगाने के लिए कहा। तमिलनाडु के गवर्नर का यह वीडियो के सामने आने के बाद सभी पार्टियों ने उनकी आलोचना की है। कहा जा रहा है कि तमिलनाडु राज्य समान स्कूल प्रणाली मंच (एसपीसीएसएस) ने उन पर संवैधानिक शपथ का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है और उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की है। वेलाचेरी से कांग्रेस विधायक जेएमएच हसन मौलाना ने कहा कि आरएन रवि संवैधानिक पद पर हैं। उन्हें ऐसे काम शोभा नहीं देते। रवि किसी धार्मिक नेता की तरह बोल रहे हैं। वे आरएसएस और भाजपा के प्रचार मास्टर बन गए हैं।
तमिलनाडु राज्य समान स्कूल प्रणाली मंच ने राज्यपाल रवि पर तमिलनाडु के शैक्षणिक ढांचे और सांस्कृतिक संदर्भ के बारे में अनभिज्ञ रहने का भी आरोप लगाया। मंच ने कहा, राज्यपाल रवि तमिलनाडु के स्कूलों और कॉलेजों में अपनाए जाने वाले पाठ्यक्रम और सिलेबस से अनजान हैं। अपनी अज्ञानता और अहंकार के कारण वह शांति भंग करने और एक समूह को दूसरे के खिलाफ भड़काने के उद्देश्य से गलत विचारों का प्रचार कर रहे हैं। जयघोष करवाने पर गवर्नर के खिलाफ डीएमके प्रवक्ता धरणीधरन ने कहा, यह देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ है। राज्यपाल बार-बार संविधान का उल्लंघन क्यों करना चाहते हैं? उन्होंने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया है? वह आरएसएस के प्रवक्ता हैं। हम जानते हैं कि उन्होंने देश के संघीय सिद्धांतों का उल्लंघन कैसे किया और सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें उनकी जगह कैसे दिखाई है।