मुंबई, 20 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मध्य प्रदेश सहित देश के 30 राज्यों के कुछ हिस्सों में आज आंधी और बारिश का दौर जारी है। खासकर असम, मेघालय, गोवा और कर्नाटक के समुद्री इलाकों में तेज बारिश हो रही है। गोवा में लगातार दूसरे दिन भारी बारिश देखी जा रही है। यहां 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। बीते 24 घंटों में उत्तर गोवा के पेरनेम इलाके में 207 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर और दक्षिण गोवा दोनों जिलों के लिए पहले ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, जिसे बाद में गंभीर स्थिति को देखते हुए रेड अलर्ट में बदल दिया गया। इस बीच राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर झरने, जंगलों और ट्रैकिंग स्थलों पर लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी है। विभाग ने गुरुवार के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट और 27 मई तक यलो अलर्ट जारी किया है। तेज बारिश का असर हवाई यातायात पर भी पड़ा है। इंडिगो एयरलाइन ने यात्रियों को आगाह किया है कि खराब मौसम के कारण गोवा की फ्लाइट्स प्रभावित हो सकती हैं। एयरलाइन ने लोगों से अपील की है कि एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति अवश्य जांच लें।
दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश में गर्मी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी लखनऊ सहित राज्य के कई हिस्सों में हीट वेव जारी है। गर्मी से होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए लखनऊ के अस्पतालों में विशेष कोल्ड वार्ड बनाए गए हैं। हीट वेव से प्रभावित मरीजों के लिए 20 बेड आरक्षित किए गए हैं, जिनमें से 10 आपातकालीन स्थिति के लिए निर्धारित हैं। लोगों को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। इधर, दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्द दस्तक देने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार से पांच दिनों में मानसून के केरल पहुंचने की उम्मीद है। अनुमान के मुताबिक, मानसून 27 मई तक केरल में प्रवेश कर सकता है। यदि ऐसा होता है, तो यह 2009 के बाद पहली बार होगा जब मानसून समय से पहले पहुंचेगा। 2009 में मानसून 23 मई को ही केरल में दस्तक दे चुका था।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को ढक लेता है। इसके बाद मानसून 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह समाप्त हो जाता है। पिछले वर्ष मानसून 30 मई को केरल पहुंचा था। 2023 में यह 8 जून, 2022 में 29 मई, 2021 में 3 जून, 2020 में 1 जून, 2019 में 8 जून और 2018 में 29 मई को केरल में प्रवेश कर चुका है।