अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने का सपना एक बार फिर चुनौती का सामना कर रहा है. 2025 का पुरस्कार तो उनके हाथ से निकल गया, लेकिन उम्मीद थी कि अगला साल उनकी किस्मत बदल सकता है. मगर अब कहानी में एक बड़ा ट्विस्ट आ गया है: नोबेल की रेस में एक नया, दमदार और बेहद प्रभावशाली नाम तेजी से उभर रहा है, और वह हैं संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नहयान (MBZ).
MBZ की वैश्विक स्तर पर बढ़ती स्वीकार्यता और उनके हालिया कार्यों ने उन्हें शांति पुरस्कार के लिए एक मजबूत दावेदार बना दिया है, जिससे ट्रंप की राह कठिन हो गई है.
अब्राहम अकॉर्ड्स को जमीन पर उतारा
पूरी दुनिया जानती है कि अब्राहम अकॉर्ड्स ने मध्यपूर्व की राजनीति को हमेशा के लिए बदल दिया था. हालांकि ट्रंप ने इस ऐतिहासिक समझौते का राजनीतिक फ्रेमवर्क तैयार किया, लेकिन इसे जमीन पर उतारने का असली जोखिम और दृढ़ता UAE के राष्ट्रपति ने दिखाई. UAE पहला बड़ा अरब देश था जिसने इजराइल के साथ संबंध सामान्य करने का हिम्मत भरा फैसला लिया.
यह फैसला आसान नहीं था क्योंकि ईरान समर्थित समूहों और मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी ताकतों की कड़ी आलोचनाओं और दबाव के बावजूद MBZ ने शांति और स्थिरता के रास्ते को चुना. इसी दौरान हूती विद्रोहियों ने अबू धाबी पर ड्रोन हमले भी किए, लेकिन जायद अल नहयान ने तनाव भड़काने के बजाय संयम और दूरदर्शिता का प्रदर्शन किया.
इनोवेशन की दौड़ में UAE बना चैंपियन
जहां मध्य-पूर्व के कई देश अपनी राजनीतिक लड़ाइयों में उलझे रहे, वहीं MBZ ने UAE को एक हाई-टेक, फ्यूचर-रेडी देश में बदल दिया. UAE ने कई क्षेत्रों में रिकॉर्ड बनाए हैं:
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यह पहला अरब देश था जिसने मंगल मिशन भेजा.
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इसने शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा की शुरुआत की.
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यह मिडिल ईस्ट में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) में दूसरा सबसे बड़ा निवेश करने वाला देश बना.
इस विजन ने UAE को पूरी तरह से तेल की अर्थव्यवस्था से निकालकर नवाचार (Innovation) वाले देश के रूप में खड़ा किया.
गाजा संकट में दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय मिशन
जिस एक बात ने MBZ को दुनिया की नजरों में अलग खड़ा कर दिया है, वह है गाजा में उनकी विशाल और त्वरित मानवीय मदद. जब दुनिया मदद भेजने के महज दावे कर रही थी, UAE ने बिना समय गंवाए 'गैलंट नाइट 3' अभियान के तहत काम शुरू किया. इस मिशन के तहत:
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गाजा में 1 लाख टन से ज्यादा राहत सामग्री भेजी गई.
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$2.57 बिलियन डॉलर की सहायता दी गई.
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सैकड़ों उड़ानें, जहाज़ और हजारों ट्रक राहत लेकर पहुँचे.
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6 बड़े वॉटर प्लांट स्थापित किए गए, जो रोज़ाना $20$ लाख गैलन साफ पानी दे रहे हैं.
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200 बेड का फील्ड हॉस्पिटल स्थापित किया गया.
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करीब 3000 घायल लोगों को इलाज के लिए UAE लाया गया.
ट्रंप की टेंशन का कारण
पहले तक दुनिया ट्रंप को अब्राहम अकॉर्ड्स का मुख्य चेहरा मानती थी. लेकिन अब, MBZ की समझौते को सफल बनाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका और गाजा संकट में उनके अभूतपूर्व मानवीय कदमों ने उन्हें शांति के सबसे प्रभावशाली नेताओं में खड़ा कर दिया है. सीधी बात यह है कि नोबेल की रेस में अब मुकाबला कड़ा हो गया है, क्योंकि MBZ के पास अब्राहम अकॉर्ड्स की राजनीतिक सफलता के साथ-साथ गाजा में अद्वितीय मानवीय कार्य का भी मजबूत आधार है.