मुंबई, 13 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चीन ने कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने का फैसला किया है। चीन का ये फैसला देश की घटती आबादी और कर्मचारियों की बढ़ती उम्र के मद्देनजर आया है। चीन फिलहाल दुनिया की सबसे युवा कर्मचारियों वाली अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल है। चीन की नई रिटायरमेंट पॉलिसी अगले साल 1 जनवरी से लागू होगी। इस पॉलिसी के तहत पुरुषों के लिए रिटायरमेंट की उम्र को 60 साल से बढ़ाकर 63 साल किया गया है। ऑफिस वर्क करने वाली महिलाओं की रिटायरमेंट उम्र को 55 साल से बढ़कर 58 साल होगी। वहीं फैक्ट्री, कंस्ट्रक्शन या माइनिंग जैसे काम करने वाली महिलाओं की रिटायरमेंट उम्र को 50 साल से बढ़ाकर 55 साल किया गया है। ये पॉलिसी अगले 15 साल तक लागू रहेगी।
तो वहीं, चीन में जीवन प्रत्याशा (अधिक समय तक जीना) अब अमेरिका से भी अधिक हो चुकी है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में जीवन प्रत्याशा 78 साल हो चुकी है। साल 1949 में कम्युनिस्ट क्रांति के समय ये सिर्फ 36 साल थी। अमेरिका में जीवन प्रत्याशा 76 साल है। चीन पेंशन विकास रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटायरमेंट की उम्र कम से कम 65 साल की जानी चाहिए। पुरुषों और महिलाओं के लिए यह एक समान होनी चाहिए। वहीँ, BBC की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में पेंशन लेने वाली आबादी 30 करोड़ के पार चली गई है। इस वजह से सरकार को ज्यादा पेंशन देना पड़ रहा है। सरकार की सोच है कि ये पैसा लोगों को वेतन के रूप में दिया जाए, ताकि इसके बदले काम भी लिया जा सके। देश में आराम वाली नौकरी कम है और देर से रिटायर होने का मतलब ये है कि उन्हें पेंशन मिलने में देरी होगी, अधिकतर लोग ठीक से अपना बुढापा काट नहीं पाएंगे।