मुंबई, 10 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का पोलारिस डॉन मिशन लॉन्च हो गया है। पोलारिस डॉन मिशन में 4 एस्ट्रोनॉट पृथ्वी से करीब 700 Km ऊपर स्पेस में स्पेसवॉक करने जा रहे हैं। यह दुनिया की पहली प्राइवेट स्पेसवॉक होगी। इससे पहले खराब मौसम चलते इसकी लॉन्चिंग 2 घंटे टाल दी गई थी। इसे दोपहर 1 बजे लॉन्च होना था। 5 दिन के इस मिशन में एस्ट्रोनॉट जिस ऑर्बिट में जाएंगे उसमें 50 साल से ज्यादा समय से कोई एस्ट्रोनॉट नहीं गया है। वहीँ, इस मिशन को 27 अगस्त को लॉन्च किया जाना था, लेकिन हीलियम लीक और खराब मौसम के कारण इस मिशन को टालना पड़ा था। एस्ट्रोनॉट जेरेड आइसेकमैन और सारा गिलिस इस मिशन के तीसरे दिन पृथ्वी से 700 किमी ऊपर स्पेस वॉक करेंगे। ये वॉक 15-20 मिनट की होगी। हालांकि, इस पूरी प्रोसेस में करीब 2 घंटे का समय लगेगा।
आपको बता दें, इस मिशन के दौरान, ड्रैगन कैप्सूल उस उंचाई तक जाने का प्रयास करेगा जहां अपोलो प्रोग्राम के बाद से अब तक कोई नहीं गया। यहां दो एस्ट्रोनॉट पहली प्राइवेट एक्स्ट्राव्हीकलर एक्टिविटी (स्पेसवॉक) करेंगे। इस दौरान वो स्पेसएक्स के डेवलप्ड EVA सूट पहनेंगे। मिशन के दौरान ह्यूमन हेल्थ से जुड़ी 36 रिसर्च स्टडी और एक्सपेरिमेंट भी किए जाएंगे। इसके अलावा स्पेस में स्टारलिंक के लेजर-बेस्ड कम्युनिकेशन की टेस्टिंग होगी। यह पहली बार होगा जब स्पेसएक्स के दो एम्प्लॉई ह्यूमन स्पेसफ्लाइट क्रू का हिस्सा होंगे। स्पेसवॉक से पहले, क्रू "प्री-ब्रीथ" प्रोसेस शुरू करेगा। इस प्रोसेस में केबिन को शुद्ध ऑक्सीजन से भरा जाएगा और नाइट्रोजन के किसी भी ट्रेस को हटाया जाएगा। एस्ट्रोनॉट के स्पेस में रहने के दौरान अगर नाइट्रोजन उनके ब्लडस्ट्रीम में पहुंच जाती है, तो इससे ब्लड फ्लो में रुकावट पैदा हो सकती है। डीकंप्रेशन सिकनेस भी हो सकती है। फाल्कन 9 एक रीयूजेबल, टू-स्टेज रॉकेट है जिसे स्पेसएक्स ने पृथ्वी की कक्षा और उससे आगे तक लोगों और पेलोड को ले जाने के लिए बनाया है। फाल्कन 9 दुनिया का पहला ऑर्बिटल क्लास रीयूजेबल रॉकेट है। ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट 7 एस्ट्रोनॉट को स्पेस में ले जाने में सक्षम है। यह एकमात्र प्राइवेट स्पेसक्राफ्ट है जो इंसानों को स्पेस स्टेशन तक ले जाता है और वापस लाता है। 2010 में ड्रैगन की पहली टेस्ट फ्लाइट हुई थी।