मुंबई, 06 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रूस और पाकिस्तान के बीच जल्द ही मालगाड़ी सेवा शुरू होगी। इसका ट्रायल रन अगले साल मार्च तक किया जाएगा। रूस से चलकर मालगाड़ी अजरबैजान और ईरान होते हुए पाकिस्तान पहुंचेगी। इसकी जानकारी पाकिस्तान ऊर्जा मंत्री अवैस अहमद खान लेघारी ने रसिया टुडे को दिए इंटरव्यू में दी। लेघारी ने बताया कि दोनों देशों के बीच एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी बात चल रही है। जल्द ही दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू हो सकती है। दो दिन पहले ही रूस और पाकिस्तान के बीच 8 MOU साइन हुए हैं। इनमें स्वास्थ्य, व्यापार और शिक्षा समेत दूसरे कई सेक्टर में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई गई है।
पाकमंत्री ने कहा कि इस कॉरिडोर से पाकिस्तान को आर्थिक लाभ के साथ-साथ राजनीतिक लाभ भी होगा। दोनों देशों के बीच लंबे समय से संबंध कुछ खास नहीं रहे है। ऐसे में इस कॉरिडोर के शुरू होने के बाद संबंधों में मजबूती आ सकती है। इससे पहले इस साल जनवरी में पाकिस्तान में रूसी राजदूत ने कहा था कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में बढ़ोत्तरी हो रही है। दोनों देशों के बीच लगभग 1 बिलियन डॉलर का व्यापार होता है। मॉस्को में पाकिस्तान के राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली, रूस को भारत से जोड़ने वाले इंटरनेशल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडर (INSTC) में शामिल होने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। जमाली ने कहा था कि पाकिस्तान INSTC से जुड़ने के लिए तैयार है। INSTC एक 7200 किमी लंबा कॉरिडोर है, जो रूस, सेंट्रल एशिया को भारत से ईरान के जरिए जोड़ता है।
आपको बता दें, सऊदी अरब ने पाकिस्तान को दिए 3 अरब डॉलर के लोन को चुकाने की डेडलाइन 1 साल और बढ़ा दी है। फंड की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान के पास फिलहाल लोन चुकाने के लिए पर्याप्त साधन नहीं थे। सऊदी ने 2021 में पाकिस्तान को 1 साल के लिए ये लोन दिया था। हालांकि बाद में 2022 और 2023 में इसकी डेडलाइन बढ़ाई जाती रही। पाकिस्तान को अगले साल जून तक सऊदी अरब, चीन और UAE को लगभग 13 अरब डॉलर चुकाने हैं। पाकिस्तान पर सबसे ज्यादा कर्ज चीन का है। पाकिस्तान के कुल कर्ज में 45% हिस्सा चीन का है। 2023 के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान पर GDP का 43% कर्ज है।