मुंबई, 30 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका के अलबामा राज्य में एक बूढ़े दंपति की पीट-पीटकर हत्या करने के दोषी जेमी रे मिल्स को जहरीले इंजेक्शन के जरिए मौत की सजा दी जाएगी। दंपति की हत्या करने के लिए जेमी ने हथौड़े, टायर टूल और धारदार चाकू का इस्तेमाल किया था। हत्या के बाद जेमी दंपति के घर से कुछ दवाएं और 11 हजार रुपए लेकर उनके घर से फरार हो गया था। 50 साल का जेमी पिछले 20 सालों से अलबामा की जेल में बंद है। उसे साल 2004 में हत्या का दोषी माना गया था। जेमी ने अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट से मामले में दखल देने की मांग की है। हालांकि, अलबामा के अटॉर्नी जनरल स्टीव मार्शल ने जेमी को मौत की सजा दिए जाने के जुड़ी प्रक्रिया को जारी रखने का आदेश दिया है। जहरीले इंजेक्शन से मौत की सजा देने के लिए सबसे पहले दोषी को डेथ चेंबर में ले जाया जाता है। इसके बाद उसे एक स्ट्रैचर पर लेटाकर हाथ पैर और शरीर बांध दिया जाता है। चैंबर के एक तरफ शीशे की दीवार होती है, जिसके उस पार से दोषी पर नजर रखी जाती है। इंजेक्शन देने के बाद दोषी की तड़प-तड़पकर मौत हो जाती है। अमेरिका के इडाहो में रेप के एक मामले में दोषी व्यक्ति को फरवरी में इसी तरह मौत की सजा देने की कोशिश की गई थी। हालांकि, मरीज को इंजेक्शन देने के लिए नर्स 1 घंटे तक सही नस नहीं ढूंढ पाई थी, जिसके बाद इसे टाल दिया गया था।
दरअसल, जेमी ने साल 2004 में अलबामा के बर्मिंघम शहर में रहने वाले फ्लॉयड हिल और उनकी पत्नी वेरा हिल की हत्या की थी। दरअसल, वेरा डायबिटीज की मरीज थीं। उनकी तबियत अकसर खराब रहती थी। एक दिन दंपति की पोती उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रही थी। काफी समय तक कॉन्टैक्ट न होने पर पोती ने अलबामा की पुलिस को मामले की सूचना दी। इसके बाद फ्लॉयड-वेरा के घर पहुंचने पर पुलिस को उनके बैकयार्ड में दोनों के खून से लथपथ शव बरामद हुए थे। सिर पर बार-बार हमला होने की वजह से फ्लॉयड की मौत हो गई थी। वहीं वेरा को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 12 हफ्तों के बाद उन्होंने भी दम तोड़ दिया था।