मुंबई, 26 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत सरकार भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को देश लाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए सरकार ने फ्रांस के अधिकारियों से बिना शर्त माल्या को भारत को सौंपने की मांग की है। द इंडियन एक्सप्रेस ने रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी। माल्या अभी ब्रिटेन में है, लेकिन भारत इस वक्त हर उस देश से संपर्क कर रहा है, जहां माल्या की प्रॉपर्टी है। ऐसा इसलिए, अगर माल्या ब्रिटेन छोड़कर दूसरे देश भागता है तो उसे वहां से भारत लाने में ज्यादा समय न लगे।
वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और फ्रांस के बीच में माल्या के प्रत्यर्पण पर बातचीत 15 अप्रैल को काउंटर-टेररिज्म के वर्किंग ग्रुप की एक बैठक के दौरान हुई। हालांकि, इसकी जानकारी अब सामने आई है। फ्रांस ने इस बैठक में कुछ शर्तों के साथ माल्या के प्रत्यर्पण का ऑफर दिया, लेकिन भारत ने उनसे शर्तें हटाने को कहा है। इस बैठक में भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी केडी देवल शामिल हुए थे। इसके अलावा बैठक में इंटेलिजेंस एजेंसी के कई अधिकारी भी मौजूद रहे। किंगफिशर एयरलाइंस समेत कई कंपनियों के मालिक रहे भारतीय बिजनेसमैन विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों के करीब 9 हजार करोड़ रुपए बकाया हैं।
आपको बता दें, माल्या 2016 में देश छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था, जहां से भारत सरकार उसे देश लाने का प्रयास कर रही है। माल्या पर फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग के केस चल रहे हैं। 5 जनवरी 2019 को अदालत ने विजय माल्या को भगोड़ा घोषित कर दिया था। पिछले साल जांच के दौरान CBI ने दावा किया था कि माल्या ने साल 2015-16 के दौरान ब्रिटेन और फ्रांस में 330 करोड़ रुपए की संपत्तियां खरीदी थीं। उस वक्त उसकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस घाटे में थी। माल्या ने खुद बैंकों को कर्ज नहीं चुकाया था। साल 2020 में ED की अपील पर फ्रांस ने वहां मौजूद माल्या की 14 करोड़ की प्रॉपर्टी को सीज कर लिया था।