मुंबई, 21 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम भारत दौरे पर हैं। उन्होंने जाकिर नाइक के प्रत्यपर्ण पर पहली बार बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक भारत ने जाकिर नाइक के मामले को उठाया नहीं है। हालांकि, ये किसी एक व्यक्ति की बात नहीं, बल्कि चरमपंथ की भावनाओं की बात है, जिसमें किसी ठोस मामले में ऐसे सबूत हों जो बताते हों कि इसमें किसी व्यक्ति या संगठन ने कुछ अत्याचार या गलत किया है। एम इब्राहिम से एक कार्यक्रम में भारत से मलेशिया भागकर गए इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर पूछा गया था। उन्होंने कहा कि अगर पर्याप्त सबूत पेश किए जाएं तो वे जाकिर नाइक के खिलाफ एक्शन लेने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मलेशिया सरकार जाकिर नाइक के मामले में सौंपे जाने वाले सभी सबूतों का स्वागत करेगी।
आपको बता दें, जाकिर नाइक पर भारत में भड़काऊ भाषण देने, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद फैलाने को लेकर वांटेड है। 2016 में वह भारत से भागकर सऊदी अरब चला गया था। वहां से मलेशिया चला गया। वहां मलेशिया के तत्कालीन PM महाथिर मोहम्मद ने उसे सरकारी संरक्षण मुहैया कराया था। अनवर इब्राहिम को लिबरल नेता माना जाता है, मगर कई मौके पर उन्हें जाकिर नाइक के साथ देखा गया है। हालांकि, इब्राहिम ने कहा कि वे आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देते हैं। आतंकवाद से निपटने को लेकर भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मलेशियाई PM ने ये भी कहा कि इस एक मुद्दे से दोनों देशों के संबंध प्रभावित नहीं होने चाहिए।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में जुलाई 2016 को 5 आतंकियों ने एक हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 29 लोग मारे गए थे। इस घटना की जांच में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया उनमें से एक ने बताया था कि वो जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित है। इसके बाद मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने मामले की जांच की। शुरुआती जांच के बाद जाकिर नाइक के NGO पर UAPA के तहत बैन लगा दिया गया। इसके बाद ही जाकिर नाइक भारत से भाग गया। 2017 में मुंबई की NIA कोर्ट ने नाइक के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी किया था। इसके बाद 2019 में मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने भी उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए। ED ने उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया था। जाकिर नाइक के NGO इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) की जांच के दौरान कई गड़बड़ियां पाई गईं थीं। जांच में ये भी पाया गया कि नाइक ने कई फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड करा रखीं थीं। भारतीय गृह मंत्रालय ने नवंबर 2016 में IRF पर बैन लगा दिया था। भारत से भागने से पहले भी जाकिर नाइक विवादों में रह चुका था। उसने जुलाई 2008 में कहा था कि 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के लिए अलकायदा जिम्मेदार नहीं है।