मुंबई, 12 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अफगानिस्तान में दो हफ्तों से हो रही भारी बारिश के कारण 315 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई हैं। तालिबानी अधिकारियों का कहना है कि अभी भी मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। अमेरिकी मीडिया CNN के मुताबिक, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) ने 12 मई को बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान बदख्शां, घोर, बगलान और हेरात में हुआ है। भारी बारिश के कारण 1600 लोग घायल हैं और 2000 से ज्यादा घर बह चुके हैं। WFP ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि अचानक आई बाढ़ ने अफगानिस्तान को तबाह कर दिया। बगलान में सबसे ज्यादा मौत हुई है। बगलान में 100 से ज्यादा लोग घायल हैं। अधिकारियों का कहना बगलान को जाने वाली सड़क बह चुकी, जिससे वहां राहत पहुंचाने में देरी हो रही है। वहां से लोगों को निकालने के लिए सेना भेजी गई है।
तो वहीं, तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि बगलान में लोगों को निकालने के लिए वायुसेना को लगाया गया है। इस बीच अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से बिना देर करे मदद करने को कहा है। तालिबान के मुताबिक, अगर संगठनों ने मदद नहीं की तो हजारों लोग मर जाएंगे। अंतर्राष्ट्रीय बचाव समिति (IRC) के मुताबिक, अफगानिस्तान के ज्यादातर राज्यों में इमरजेंसी जैसे हालात हैं। इमरजेंसी की अलग-अलग टीमें राहत बचाव कार्य में लगी हैं। IRC के निदेशक सलमा बेन आइसा ने बताया कि इस बाढ़ से मानवीय संकट आ गया है। अफगानिस्तान के लोग पहले इस साल की शुरुआत में आए भूकंप की मार झेल रहे थे। लेकिन, अब बाढ़ ने उनको और ज्यादा गरीबी में धकेल दिया है। अफगानिस्तान के कई राज्यों में दो हफ्ते से बिजली नहीं है। लोगों के पास एक वक्त के खाने के लिए लेकर संसाधन नहीं है। पिछले महीने ही अफगानिस्तान के हेलमंद और काजाकी जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण घर ढह जाने से नौ लोगों की मौत हो गई थी।