मुंबई, 04 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान की केयरटेकर सरकार का कहना है कि देश में अवैध तरीके से रह रहे अफगानिस्तान के नागरिक पाकिस्तान में फिदायीन हमले कर रहे हैं। इसलिए हमने इन्हें वापस भेजने का फैसला लिया है। इसके लिए अफगानी लोगों को एक महीने की डेडलाइन दी गई है। हालांकि, इस फैसले को अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने गलत बताया है। दरअसल, पाकिस्तान में 17 लाख से ज्यादा अफगानिस्तान के नागरिक रहते हैं। इन्हें पाकिस्तान की सरकार ने वापस जाने के लिए 1 नवंबर तक का समय दिया है। कहा है कि अगर एक महीने में अफगानिस्तान नहीं लौटे तो उन्हें जबरदस्ती देश निकाला दे दिया जाएगा। इस पर अफगानिस्तान ने नाराजगी जाहिर की है।
तो वहीं, पाकिस्तान के गृह मंत्री सरफराज बुगती ने आरोप लगते हुए कहा, देश में हुए अब तक 24 फिदायीन हमलों में से 14 हमले अफगानिस्तान के नागरिकों ने किए हैं। हालांकि, तालिबान ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। तालिबान का कहना है कि ये पाकिस्तान सरकार की सिक्योरिटी पॉलिसी में खामियां हैं। इसके लिए हमारे नागरिकों को जिम्मेदार ठहराना हमें गवारा नहीं है। वहीं, तालिबान के स्पोक्सपर्सन जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, हमारे नागरिकों की तरफ पाकिस्तान सरकार का ये रुख ठीक नहीं है। नागरिकों को वापस भेजने वाले प्लान पर उन्हें दोबारा सोच लेना चाहिए। अगर हमारे नागरिक इच्छा से वापस आना चाहते हैं तो ठीक है लेकिन उनके साथ जबरदस्ती करना गलत है।