मुंबई, 21 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ईरान के तबरिज शहर में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए सभी 9 लोगों की अंतिम यात्रा निकाली गई। न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक, यात्रा के दौरान लाखों लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर आई। लोगों के हाथ में रईसी की तस्वीर और ईरान का झंडा था।राष्ट्रपति को विदाई देते वक्त शहर के लोग रोते नजर आए। ईरान में राष्ट्रपति की मौत पर 5 दिन के शोक की घोषणा की गई है। तबरिज शहर में अंतिम यात्रा के बाद राष्ट्रपति के शव को तेहरान लाया गया। 23 मई को उन्हें ईरान के मशहद शहर में दफनाया जाएगा। यह वही शहर है, जहां रईसी का जन्म हुआ था।दरअसल, 19 मई को रईसी का हेलिकॉप्टर ईरान-अजरबैजान बॉर्डर के पास क्रैश हो गया था। इसमें विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्दुल्लाहियान समेत कुल 9 लोग सवार थे। सभी के शवों को सोमवार को तबरिज शहर लाया गया। वहीं, ईरान के अलावा भारत, पाकिस्तान, लेबनान जैसे कई देशों में रईसी की मौत पर शोक मनाया गया। भारत ने राष्ट्रपति रईसी की मौत पर एक दिन के शोक की घोषणा की। ऐसे में आज संसद भवन समेत सभी सरकारी इमारतों पर तिरंगा आधा झुका नजर आया।
आपको बता दें, राष्ट्रपति की मौत की जांच के नतीजे अभी आने शेष हैं। ईरान के पड़ोसी देश अजरबैजान से तनाव पूर्ण संबंध रहे हैं। अजरबैजान मध्य एशिया का इकलौता मुस्लिम देश है, जिसके इजराइल के साथ दोस्ताना रिश्ते हैं। रईसी का हेलिकॉप्टर अजरबैजान के पास जहां क्रैश हुआ वो पहाड़ी वाला दुर्गम इलाका इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद का गढ़ रहा है। यहां पर मोसाद के कई खुफिया एजेंट सक्रिय हैं। पिछले साल ईरान ने अजरबैजान में रहकर इजराइल के लिए जासूसी करने के आरोप में एक महिला समेत चार लोगों को फांसी दी थी। फिलहाल ईरान ने खराब मौसम को क्रैश का कारण बताया है। दूसरी तरफ, ईरान में रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच शुरू हो गई है। न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक, ईरानी आर्म्ड फोर्सेज के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बघेरी ने एक हाई-रैंकिंग डेलिगेशन को जांच का जिम्मा सौंपा है। इसका नेतृत्व ईरान के ब्रिगेडियर अली अब्दुल्लाही कर रहे हैं। इसके लिए वे हेलिकॉप्टर क्रैश की लोकेशन पर भी पहुंच चुके हैं।