प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 45 साल बाद भारतीय प्रधानमंत्री के तौर पर यूक्रेन के दौरे पर जा रहे हैं. यह यात्रा 21 और 22 अगस्त को उनकी पोलैंड यात्रा के बाद होगी, जहां से वह यूक्रेन के लिए रवाना होंगे. प्रधानमंत्री मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन में होंगे. लेकिन उनकी ऐतिहासिक यात्रा से ठीक पहले रूस की राजधानी मॉस्को पर अब तक का सबसे बड़ा हमला हुआ.
मॉस्को पर ड्रोन हमला
रूस के मॉस्को पर यह हमला यूक्रेन ने किया था, जिसे मेयर सर्गेई सोबयानिन ने अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमलों में से एक बताया है. सोबयानिन ने बताया कि रूसी वायु रक्षा इकाइयों ने मॉस्को की ओर आ रहे कम से कम 10 ड्रोन को नष्ट कर दिया। इस हमले में मॉस्को शहर पोडॉल्स्क में कुछ ड्रोन भी मार गिराए गए, जो क्रेमलिन से लगभग 38 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है।
हमले का असर
मेयर सोबयानिन ने सुबह 4:43 बजे टेलीग्राम पर कहा कि रूसी रक्षा मंत्रालय की वायु रक्षा प्रणाली लगातार दुश्मन के ड्रोन हमलों को नाकाम करने में लगी हुई है. राहत की बात यह है कि मलबा जहां-जहां गिरा, वहां किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. पिछले साल मई में हुए ड्रोन हमले के बाद यह हमला सबसे बड़ा बताया जा रहा है. पिछले साल जहां मॉस्को के 8 ड्रोन नष्ट किए गए थे, वहीं इस बार 10 ड्रोन नष्ट किए गए हैं.
रूस के अन्य क्षेत्रों पर भी हमला हो रहा है
मॉस्को के अलावा रूस के अन्य इलाकों पर भी हमले की खबरें आई हैं. रूस के ब्रांस्क क्षेत्र के गवर्नर अलेक्जेंडर बोगोमाज़ ने टेलीग्राम पर जानकारी दी कि ड्रोन हमले के दौरान किसी के हताहत होने या नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के तुला क्षेत्र में दो ड्रोन नष्ट किए गए हैं, जो मॉस्को क्षेत्र की सीमा पर स्थित है। इसके अलावा, रूस के दक्षिण-पश्चिम में रोस्तोव क्षेत्र के गवर्नर वासिली गोलूबेव ने कहा कि वायु रक्षा बलों ने क्षेत्र के ऊपर एक यूक्रेनी मिसाइल को नष्ट कर दिया। इस हमले में भी कोई हताहत नहीं हुआ.
पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा
इन घटनाक्रमों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा और भी अहम हो गया है. 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद यह किसी भारतीय प्रधान मंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। प्रधान मंत्री मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा जहां दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को नई दिशा देगा, वहीं यूक्रेन के मौजूदा हालात को देखते हुए यह दौरा और भी संवेदनशील हो गया है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक अहम कदम साबित हो सकता है.