देश में हिंदू देवी-देवताओं को समर्पित कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं, जिनकी अपनी-अपनी खासियत और महत्व है। आज हम आपको देश के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे, जो दिन में दो बार गायब हो जाता है। यानी उसे कोई देख नहीं सकता.
ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से मनोकामना लेकर आता है उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। इसके अलावा उसके घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है। आइए जानते हैं इस मंदिर के रहस्य के बारे में।
कौन सा मंदिर एक दिन में दो बार गायब होता है?
भगवान शिव को समर्पित श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर गुजरात के भरूच में स्थित है। यह मंदिर करीब 150 साल पुराना है। कहा जाता है कि यह मंदिर दिन में केवल दो बार ही दिखाई देता है, बाकी समय यह पानी से ढका रहता है। इस मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति के साथ एक विशाल शिवलिंग भी स्थापित है।
अगर आप इस मंदिर में शिव की मूर्ति देखना चाहते हैं तो आपको कम से कम एक दिन यहां रुकना होगा। तभी आप इस चमत्कारी मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।
दिन में दो बार अदृश्य क्यों हो जाता है मंदिर?
दरअसल, यह मंदिर समुद्र के बीचों-बीच बना हुआ है। इसलिए जब भी समुद्र का जलस्तर बढ़ता है तो यह मंदिर दिखना बंद हो जाता है। वहीं, जब पानी का स्तर कम होता है तो मंदिर दिखाई देने लगता है।
स्तंभेश्वर मंदिर से जुड़े मिथक
धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां केवल वही व्यक्ति आ सकता है जिसे शिव अपने यहां बुलाना चाहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहते हैं उन्हें यहां अवश्य आना चाहिए। इसके अलावा इस मंदिर से जुड़ी एक मान्यता यह भी है कि जो व्यक्ति यहां आकर सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।