वैदिक पंचांग के अनुसार आज चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन राम नवमी मनाई जा रही है. आज अयोध्या में भगवान श्रीराम को कर्क लग्न और अभिजीत मुहूर्त यानी दोपहर 12 बजे सूर्य तिलक किया जाएगा. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्री राम जी का जन्म भी दोपहर 12 बजे कर्क लग्न और अभिजीत मुहूर्त में हुआ था। साथ ही उस समय सूर्य देव अपनी उच्च राशि मेष में विराजमान थे। तो आज इस खबर में हम जानेंगे कि सूर्य ग्रहण के दौरान ग्रहों की स्थिति क्या रहने वाली है. साथ ही कुछ शुभ संयोग भी बन रहे हैं।
रामलला के जन्म के समय क्या थी ग्रहों की चाल?
ज्योतिषियों के अनुसार जिस समय भगवान श्रीराम का जन्म हुआ उस समय अभिजीत मुहूर्त मध्याह्न के समय था। साथ ही पांच ग्रहों सूर्य, बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि का विशेष योग भी बना। इसके साथ ही सूर्य, मंगल, शुक्र, बृहस्पति और शनि सभी ग्रह अपनी-अपनी उच्च राशि में मौजूद थे। आपको बता दें कि इस बार रामनवमी के दिन ऐसा शुभ योग बन रहा है। साथ ही राम नवमी पर आश्लेषा नक्षत्र, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।
पंचांग के अनुसार आज राम नवमी के शुभ अवसर पर सुबह 5:16 बजे से 6:8 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. उसके बाद पूरे दिन रवि योग रहेगा। आज रामनवमी पर रवि योग का शुभ संयोग बहुत शुभ माना जा रहा है। साथ ही इस योग में भगवान सूर्य का प्रभाव बहुत अधिक होता है। इस प्रकार सूर्य भगवान सभी भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखेंगे। साथ ही उन्हें कष्टों से मुक्ति मिलेगी।
आज ग्रहों की स्थिति त्रेता युग जैसी रहेगी
ज्योतिषियों के मुताबिक, आज दोपहर 12 बजे अयोध्या में रामलला का सूर्य तिलक होगा. सूर्य तिलक के दौरान केदार योग, गजकेसरी राजयोग, पारिजात योग, अमला, शुभ, वाशि, सरल, कहल और रवि योग जैसे 9 शुभ संयोग बनेंगे। इन शुभ संयोगों में रामलला का सूर्य तिलक होगा. रामायण के अनुसार, राम के जन्म के समय सूर्य और शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि में थे। साथ ही चंद्रमा अपनी ही राशि में मौजूद था. जिस दिन रामजी का जन्म हुआ उस दिन सूर्य और गुरु मेष राशि में बैठे थे। उसी समय गुरु आदित्य राजयोग बन गये थे। ज्योतिषियों के मुताबिक इस साल रामनवमी पर कर्क लग्न भी रहने वाला है। आपको बता दें कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम का जन्म भी कर्क लग्न में हुआ था।