क्या आपके पास भी पैसा है जो रुकता नहीं? हर कोशिश के बावजूद पैसा आते ही खर्च हो जाता है। क्या आप पैसा कमा रहे हैं लेकिन यह नहीं जानते कि पैसा कहां खर्च करें? तो क्या यह सब आपके बटुए के बारे में है?bक्या आपके पर्स के कारण माता लक्ष्मी आपसे नाराज हैं? हो सकता है कि आपकी किसी गलती के कारण आपको मां लक्ष्मी की विशेष कृपा नहीं मिल रही हो
आप उस गलती से अनजान होकर धन के लिए उपाय और टोटके अपनाने में लगे हुए हों, तो आइए हम आपको कुछ गलतियों के बारे में बताते हैं। इसके साथ ही हम आपको एक सरल उपाय भी बताते हैं, जिसे करने से आप मां लक्ष्मी की विशेष कृपा (मां लक्ष्मी या उपाय) पा सकते हैं।
वॉलेट या पर्स में क्या नहीं रखना चाहिए?
वास्तु शास्त्र में कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन में काफी बदलाव ला सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार कुछ चीजें जैसे फटे नोट, देवी-देवताओं या किसी व्यक्ति की तस्वीर, मृत व्यक्ति की तस्वीर और दवाइयां आदि नहीं रखनी चाहिए। इससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है और देवी लक्ष्मी भी आपसे नाराज हो सकती हैं।
कौन से रंग का पर्स है शुभ?
वास्तुशास्त्र में पर्स के रंग के बारे में भी जानकारी दी गई है। कुछ लोगों के लिए काले रंग का पर्स शुभ होता है। वहीं शास्त्रों में सफेद रंग का पर्स रखना बहुत शुभ माना गया है। ऐसा माना जाता है कि ऐसे पर्स में हमेशा पैसा रहता है और व्यक्ति को कभी भी पैसों की कमी नहीं होती है।
बटुए को पैसे का चुंबक कैसे बनाएं?
अगर आप भी अपने बटुए को पैसों का चुंबक बनाना चाहते हैं या फिर आपके बटुए में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती है और वह हमेशा पैसों से भरा रहता है तो इसके लिए आप एक छोटी सी ट्रिक अपना सकते हैं। आपको अपने पर्स में गोमती चक्र रखना होगा। शास्त्रों में पर्स में गोमती चक्र रखना बहुत शुभ माना गया है। इससे देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
माता लक्ष्मी की विशेष कृपा रहेगी
अगर आप नया वॉलेट इस्तेमाल करने जा रहे हैं तो पहले पुराने वॉलेट का ध्यान रखें। आप अपने पुराने बटुए में 1 रुपए का सिक्का रख कर उसे लाल कपड़े में बांध कर रख सकते हैं। यह भी एक प्रकार का टोटका है जिससे माता लक्ष्मी कभी अप्रसन्न नहीं होतीं।
- कौन सी गलतियाँ माँ लक्ष्मी को नाराज कर सकती हैं?
- फटे हुए पर्स का प्रयोग न करें।
- अपना पुराना पर्स फेंकने की गलती न करें।
- किसी को पर्स या बटुआ उपहार में न दें।
- अपना इस्तेमाल किया हुआ बटुआ किसी को न दें।