Film Review - 'राधे: योर मोस्ट वॉन्टेड भाई
सलमान ने इस फिल्म की कमाई का एक हिस्सा कोविड-19 से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए डोनेट करने का ऐलान किया है. ऐसे में अगर आपको दान का कोई और तरीका समझ नहीं आ रहा तो आप ये अपना सकते हैं और ये फ़िल्म देख सकते हैं.
मुंबई, 14 मई (न्यूज़ हेल्पलाइन ) सलमान का अपना फैन बैस है फैंस को सलमान की अदाएं पता हैं और सलमान को अपने फैंस की पसंद, यही कारण है कि दोनों एक दूसरे पर पिछले 10 सालों से फ़िदा है, जितने भी डायरेक्टर सलमान को ले कर फिल्म बनाते है इस बात का खास ध्यान रखते है कि उनके फैंस को भाई के एटीट्यूड और स्टाइल में कोई कमी नहीं दिखनी चाहिये। चुकि लॉकडाउन के कारण सभी थिएटर बंद है इसीलिये इस बार सलमान ने अपनी फिल्म राधे को ZEEPlex और ZEE5 पर रिलीज किया है , आगे की सीट पर बैठ कर सलमान के हर एक्शन पर सिटी बजाने वाले उनके फैंस इस बार अपने मोबाइल के 6 इंच स्क्रीन या टीवी के 42 इंच स्क्रीन पर कितना एन्जॉय कर पायेंगे ये तो पता नहीं पर अगर आप जानना चाहते हैं कि आखिर ये फ़िल्म कैसी है और इसे देखना चाहिए या नहीं, तो आप हमारा रिव्यु पढ़ कर निर्णय ले सकते है
साल 2009 में प्रभु देवा ने सलमान खान को लेकर तमिल फ़िल्म 'पोकिरी' का रीमेक बनाया था जिसका नाम था 'वॉन्टेड'। 'राधे: योर मोस्ट वॉन्टेड भाई' इसी फ़िल्म का सीक्वल है। कहानी पूरी तरह मुंबई पर है। फ़िल्म में सलमान खान अपने चिरपरिचित अंदाज में दिखाई दे रहे है। तो शहर को फिर से साफ करने के लिये राधे को लाया गया है, शहर को साफ करते करते सलमान ने वो सब एक्शन, फ्लर्ट किया है जो उनके फैंस को पसंद आये।
'राधे' कहानी है एक ऐसे जाबांज पुलिस ऑफिसर की, जिसे मुंबई शहर में फैले ड्र्ग्स के जाल को ख़त्म करने जिम्मेदारी मिली है जहाँ ड्र्ग्स का मायाजाल इस तरह ऐसा फैला है कि स्कूल कॉलेज के छोटे छोटे बच्चे तक इसमें फंसते जा रहे है, राधे की बात करें तो राधे को इसीलिए चुना गया है क्यूंकि राधे एनकाउंटर स्पेस्लिस्ट है जो बीते 10 साल में 97 एनकाउंटर कर चुके है जिसके कारण 23 बार ट्रांसफर हो चूका हैं। राधे को इस बार टकराना है राणा (रणदीप हुड्डा) से जो ड्रग्स के धंधा कर पुरे शहर पर राज करना चाहता है.
प्रभु देवा का अपना एक स्टाइल है जो इस फिल्म में भी भरपूर देखने को मिलेगा, ऊपर से सलमान भाई का एक्शन, इतना तय है कि अगर ये फिल्म थिएटर में रिलीज होती तो एक्शन सीन्स पर खूब तालियां और सीटियां बटोरती.... ऐसे में इस फिल्म पर इस आधार पर बात करना ही बेमानी है कि कहानी कहां जा रही है या फिल्म की यूएसपी क्या है, ये फिल्म सिर्फ और सिर्फ सलमान खान और उनके फैंस के लिए बनी है, अकेला राधे दसियों लोगों को मार रहा है और एक्शन के नाम पर आप ऐसा कई बार देखेंगे. ये पुलिस ऑफिसर है लेकिन इसके साथ पुलिस कहीं नहीं दिखती, बस हर जगह राधे ही अकेला एक्शन करता दिखाई देता है और हां, सलमान खान ने इस फिल्म में भी अपनी शर्ट उतारी है.
फिल्म में विलेन बने रणदीप हुड्डा इतने खतरनाक और क्रूर है आपको उनके डर और घृणा होने लगेगी। फिल्म में दिशा पाटनी भी है परन्तु जैसा की हमेशा से होता रहता है कि सलमान खान की फिल्मों में हीरोइन के पास करने के लिये कुछ नहीं होता सो इस फिल्म में दिशा पाटनी के पास करने के लिये कुछ नहीं है वो सिर्फ एक फिलर की तरह है
सलमान खान हमेशा दुसरो की हेल्प करते रहते है सो एक अच्छी बात यह भी है सलमान ने इस फिल्म की कमाई को कोविड-19 से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए डोनेट करने का ऐलान किया है. ऐसे में अगर आपको दान का कोई और तरीका समझ नहीं आ रहा तो आप ये अपना सकते हैं और ये फ़िल्म देख सकते हैं. मेरी तरफ से राधे को 1.5 स्टार और चुकी राधे की कमाई का एक हिस्सा कोविड-19 मरीजों के लिये है सो उनकी इस ईमानदार कोशिश के लिए +1 स्टार ... टोटल 2.5 स्टार.