अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी आयात पर लगाए गए नए टैरिफ के कारण टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और ट्रंप के बीच मतभेद उभर रहे हैं। मस्क ने इन टैरिफ्स के खिलाफ अपनी असहमति जताई है, क्योंकि इससे टेस्ला के व्यवसाय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने ट्रंप से इन टैरिफ्स को हटाने का अनुरोध किया है, लेकिन ट्रंप ने इस अपील को स्वीकार नहीं किया है।
मस्क ने सोशल मीडिया पर भी टैरिफ्स के खिलाफ अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने एक वीडियो साझा किया जिसमें अर्थशास्त्री मिल्टन फ्रीडमैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सहयोग के महत्व पर चर्चा कर रहे हैं। मस्क का मानना है कि वर्तमान टैरिफ नीतियां अमेरिकी कंपनियों के लिए हानिकारक हैं और उन्होंने 'शून्य टैरिफ स्थिति' की वकालत की है, जिससे अमेरिका और चीन के बीच व्यापार संतुलन स्थापित हो सके।
टेस्ला ने अमेरिकी सरकार को चेतावनी दी है कि ये टैरिफ्स इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कंपनी का कहना है कि इन टैरिफ्स के परिणामस्वरूप अन्य देश अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिशोधी टैरिफ लगा सकते हैं, जिससे अमेरिकी निर्यातकों को नुकसान होगा।
टेस्ला के शेयरों में भी इन टैरिफ्स के कारण गिरावट देखी गई है। 8 अप्रैल 2025 को, टेस्ला के शेयरों में 4.9% की गिरावट आई, जो ट्रंप द्वारा कोयले को 'क्रिटिकल मिनरल' घोषित करने के फैसले के बाद हुई। इस कदम से टेस्ला की बैटरी व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
इन घटनाओं के बावजूद, ट्रंप प्रशासन अपनी टैरिफ नीतियों पर कायम है, जिससे अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों और प्रशासन के बीच तनाव बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन टैरिफ्स से वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जो वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए खतरा बन सकता है।