गाजा में इजरायली सेना के ताबड़तोड़ हमले लगातार जारी हैं, जिनमें भारी जनहानि हो रही है। 13 से 14 जुलाई 2025 की दरमियानी रात तक हुए हवाई हमलों में लगभग 100 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। इस तरह, इजरायल और हमास के बीच जारी खूनी संघर्ष में जान गंवाने वालों की संख्या 58,000 के पार पहुंच चुकी है।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा शहर के एक व्यस्त बाजार में इजरायली मिसाइल हमले में 12 लोग मारे गए, जिनमें मेडिकल एडवाइजर अहमद कंदील भी शामिल थे। वहीं, नुसेरात रिफ्यूजी कैंप पर हुए सबसे घातक हमले में 10 लोग मारे गए। इस हमले में ज्यादातर बच्चे थे, जो पीने के पानी के लिए कतार में खड़े थे। कई लोग इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
इजरायल का टारगेट: सरकारी कर्मचारी, पुलिस और सुरक्षा बल
इजरायली सेना ने इस हमले को लेकर कहा है कि अब वे गाजा के सरकारी अधिकारियों, पुलिस और सुरक्षा बलों को निशाना बना रही है। रविवार की सुबह फिलिस्तीनी लड़ाकों पर हमला हुआ, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण मिसाइलें निर्दिष्ट लक्ष्य से भटककर आम नागरिकों पर गिरीं।
गाजा की नाकेबंदी और संसाधनों की कमी के कारण वहां जलसंकट गहरा चुका है। पानी और भोजन के लिए लोग कई किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं। उत्तर से राफा तक 15 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए, लोग पैदल या वाहनों में सफर करते हैं और इजरायली सेना की गोलीबारी का सामना करते हैं।
जंग की भयावहता और मानवीय संकट
अक्टूबर 2023 से चल रहे इस इजरायल-हमास संघर्ष ने फिलिस्तीन के निवासियों पर भयानक असर डाला है। 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल ने हमास के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य इस आतंकी संगठन का सफाया करना था। तब से अब तक करीब 58,000 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं।
संघर्ष में घायल होने वालों की संख्या 1,38,500 से अधिक है। मुख्य हमले गाजा पट्टी, पश्चिमी तट और इजरायल-लेबनान सीमा क्षेत्रों में हो रहे हैं। मिसाइल, ड्रोन और रॉकेट हमलों से सैन्य ठिकानों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
हमास ने भी जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें अब तक लगभग 1,200 इजरायली मारे गए और 251 लोगों को बंधक बनाया गया है। इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई के तहत ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड्स की शुरुआत की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और युद्धविराम की कोशिशें
संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने युद्धविराम की अपील की है, लेकिन इजरायल ने हमास के सफाये का संकल्प ले रखा है। कतर और मिस्र जैसे मध्यस्थ देश इस जंग को समाप्त करने के लिए प्रयासरत हैं। नवंबर 2023 में सात दिन के लिए युद्धविराम हुआ था, जिसमें 80 इजरायली बंधकों को रिहा किया गया और 240 फिलिस्तीनी कैदियों को भी मुक्त किया गया।
अमेरिका इजरायल का पूरा समर्थन कर रहा है, जबकि ईरान, लेबनान और हिज़बुल्लाह हमास के साथ हैं।
निष्कर्ष
गाजा में हो रही इस हिंसा ने एक बार फिर क्षेत्र में मानवीय संकट को उजागर किया है। निर्दोष नागरिकों की मौतें, खासकर बच्चों की, चिंता और दहशत का माहौल बना रही हैं। नाकेबंदी के कारण पानी और भोजन की कमी जिंदा रहने की जंग को और भी कठिन बना रही है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बढ़ती चिंता के बीच संघर्ष के दोनों पक्षों से शांति की उम्मीद बनी है, लेकिन फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इस खौफनाक जंग के जल्द खत्म होने और मानवीय संकट को कम करने के लिए वैश्विक स्तर पर और मजबूत प्रयासों की आवश्यकता है