अमेरिका और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंध एक बार फिर गहरे तनाव में आ गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के साथ सभी चल रही व्यापार वार्ताओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने की घोषणा की है। राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को एक तीखी सोशल मीडिया पोस्ट में कनाडा पर एक 'धोखाधड़ीपूर्ण' विज्ञापन प्रसारित करने का आरोप लगाया, जिसने अमेरिकी नीति पर उनके गुस्से को भड़का दिया। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा, "उनके घटिया व्यवहार के आधार पर कनाडा के साथ सभी व्यापार वार्ताएं समाप्त की जाती हैं।"
यह कदम तब आया है जब कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की व्हाइट हाउस में मेजबानी की थी। उस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापारिक रिश्तों को सुधारने पर चर्चा की थी और संबंधों में थोड़ी नरमी आने के संकेत मिले थे, लेकिन यह ताजा घटनाक्रम दो प्रतिद्वंद्वी पड़ोसियों के बीच व्यापार तनाव को अप्रत्याशित रूप से बढ़ा दिया है।
रोनाल्ड रीगन क्लिप पर ट्रंप का गुस्सा
राष्ट्रपति ट्रंप का मुख्य विरोध कनाडा के एक विज्ञापन को लेकर है, जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को टैरिफ के खिलाफ बोलते हुए दिखाया गया था। ट्रंप ने आरोप लगाया कि कनाडा ने इस विज्ञापन में धोखाधड़ी की है, इसे 'फेक विज्ञापन' करार दिया और दावा किया कि इसे अमेरिकी अदालतों के फैसलों को प्रभावित करने के लिए $7.5 करोड़ डॉलर की लागत से चलाया गया। ट्रंप ने तर्क दिया कि टैरिफ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं, और कनाडा का यह व्यवहार असहनीय है।
ओंटारियो सरकार द्वारा प्रायोजित विज्ञापन
यह विज्ञापन कनाडा के ओंटारियो प्रांत की सरकार द्वारा प्रायोजित था और इसे प्रीमियर डौग फोर्ड ने 16 अक्टूबर 2025 को सोशल मीडिया पर लिंक करके लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य अमेरिकी मीडिया (टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स) पर प्रसारित होकर अमेरिकी जनमत को ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफों के खिलाफ लामबंद करना था। विज्ञापन में वास्तव में रोनाल्ड रीगन की 1980 के दशक की एक वास्तविक स्पीच का क्लिप इस्तेमाल किया गया था, जिसमें रीगन संरक्षणवाद की आलोचना करते हुए कहते हैं कि "टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कमजोर करते हैं, नौकरियां छीनते हैं और उपभोक्ताओं पर बोझ डालते हैं।" रोनाल्ड रीगन प्रेसिडेंशियल फाउंडेशन एंड इंस्टीट्यूट ने भी बाद में एक बयान जारी कर विज्ञापन को "गुमराह करने वाला" बताया और इस पर आपत्ति जताई थी।
रिश्ते में नरमी के बाद अचानक तनाव
हाल के हफ्तों में, वाशिंगटन और ओटावा के बीच रिश्ते सुधरने के संकेत दे रहे थे। राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा पर कब्जा करने जैसे अपने आक्रामक बयानों और व्यापार रियायतों के लिए दबाव की रणनीति में थोड़ी नरमी दिखाई थी। मार्क कार्नी की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने संबंधों को फिर से सुधारने और भारी शुल्क दरों पर पुनर्विचार करने पर चर्चा की। कार्नी ने यहां तक कि ट्रंप की तारीफ में यह भी कह दिया था कि उन्हें मई में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध को समाप्त करने का श्रेय जाता है। उस समय कार्नी इस उम्मीद के साथ वाशिंगटन से लौटे थे कि व्यापार वार्ता आगे बढ़ेगी, लेकिन ट्रंप के ताजा फैसले ने सभी आशाओं पर पानी फेर दिया है।
टोरंटो स्टार की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्नी ने गुरुवार को स्वीकार किया कि ट्रंप प्रशासन के साथ एक व्यापक व्यापार समझौता अब "पहुंच से बाहर" हो सकता है। यह तनाव दोनों देशों के व्यापार और आर्थिक सहयोग पर गंभीर असर डाल सकता है, जो उनके बीच संबंधों की अस्थिरता को दर्शाता है।