मुंबई, 27 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रूस और चीन साथ मिलकर समुद्र के अंदर एक सीक्रेट सुरंग बनाने पर चर्चा कर रहे हैं। 17 किलोमीटर लंबी यह सुरंग रूस को क्रीमिया से जोड़ेगी। वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक दोनों देशों के बिजनेसमैन ने रूस-क्रीमिया टनल प्रोजेक्ट पर बातचीत की है। रूस और चीन की नजदीकियां किसी से छुपी नहीं हैं, लेकिन यहां हैरानी की बात यह है कि चीन एक ऐसे इलाके में प्रोजेक्ट पर रूस का साथ देने की सोच रहा है, जिसे वो मान्यता नहीं देता। दरअसल, रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। चीन ने अब तक इस कब्जे को मान्यता नहीं दी है। आसान शब्दों में कहें तो चीन अब भी क्रीमिया को रूस का हिस्सा नहीं मानता है। रिपोर्ट के मुताबिक, रूस और चीन समुद्र के अंदर जिस सीक्रेट सुरंग को बनाने पर चर्चा कर रहे हैं, उसे कर्च ब्रिज के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, रूस-यूक्रेन जंग के बीच 8 अक्टूबर 2022 को यूक्रेनी सैनिकों ने कर्च ब्रिज पर हमला कर दिया था। धमाके में पुल का एक हिस्सा गिर गया था।
वहीं, वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चाइनीज रेलवे कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (CRCC) ने बताया कि उनके कर्मचारी क्रीमिया में रेलवे और सड़क बनाने से जुड़े प्रोजेक्ट पूरे करने के लिए तैयार हैं। CRCC चीन की सरकारी कंपनी है। रिपोर्ट में रूसी बिजनेसमैन व्लादिमिर कलयुजनी के ई-मेल के हवाले से कहा गया कि उन्होंने सुरंग परियोजना के लिए ठेकेदार के रूप में काम करने में रुचि दिखाई है। हालांकि कलयुजनी ने इस बात को खारिज कर दिया। उन्होंने रूस और CRCC के बीच किसी भी तरह के सहयोग पर बात करने से साफ इनकार कर दिया। कर्च ब्रिज सैन्य रूप से रूस के लिए बेहद अहम है। इसका बदला लेने के लिए रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में 80 से ज्यादा मिसाइलें दागी थीं। रूस ने 2014 में यूक्रेनी इलाके क्रीमिया को अपने कब्जे में ले लिया था। इसके बाद इस इलाके को रूस से जोड़ने के लिए समंदर में कर्च पुल को बनाया था। इस ब्रिज को क्रीमिया पर रूस के कब्जे के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है।