सोशल मीडिया पर आये दिन कोई न कोई वीडियो या फोटो वायरल होते रहते हैं, जिनमें से कई बार जानकारी गलत होती है या फिर भ्रामक दावे किए जाते हैं। हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है, जिसमें एक हेलिकॉप्टर से फायरिंग की जा रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि हेलिकॉप्टर से हरी-भरी घाटी में गोलियां चलाई जा रही हैं, और इस वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि यह कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई की तैयारी का वीडियो है।
यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक यूजर द्वारा शेयर किया गया था, जिसमें यह लिखा गया था, "कुछ नया धमाका होने वाला है। भारत सरकार इन कुत्तों का ऐसा इंतजाम करे जिससे कि इन आतंकवादियों की नस्लें ही खत्म हो जाए। तैयारी शुरू।"
जब यह वीडियो और दावा वायरल हुआ, तो हमने इसकी सच्चाई की जांच की।
कैसे पता लगी सच्चाई?
चूंकि यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था, हमें यह सुनिश्चित करना जरूरी लगा कि यह वीडियो क्या सच में पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ा है या नहीं। हमने रिवर्स कीफ्रेम सर्च का इस्तेमाल किया और इसकी जाँच की। इस प्रक्रिया में हमें फेसबुक पर 'J.J.moncada' नाम के एक अकाउंट का पता चला, जहां पर यह वीडियो 23 मार्च 2025 को पोस्ट किया गया था। वीडियो में 'J.J.moncada' का वॉटरमार्क भी देखा गया था, जिससे यह साफ हो गया कि इस वीडियो को पहले ही पोस्ट किया जा चुका था और इसपर बाद में एडिट करके पहलगाम का नाम जोड़ा गया।
फैक्ट चेक:
इससे यह साबित होता है कि वायरल वीडियो का पहलगाम आतंकी हमले से कोई लेना-देना नहीं है। यह वीडियो किसी अन्य स्थान का हो सकता है, और इसे गलत तरीके से पहलगाम से जोड़कर वायरल किया गया।
इस घटना से यह साबित होता है कि सोशल मीडिया पर अक्सर भ्रामक जानकारी फैल जाती है, और इससे बचने के लिए हमें हमेशा तथ्यों की सही जांच करनी चाहिए। इस वीडियो के साथ जो दावा किया गया था, वह पूरी तरह से झूठा था।
क्या करें जब आप गलत जानकारी देखें?
सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप किसी भी वीडियो या फोटो को बिना जांचे न शेयर करें। अगर आपको किसी जानकारी की सत्यता पर शक हो, तो रिवर्स इमेज सर्च जैसे टूल्स का उपयोग करें और खबर की सही जांच करें।
सोशल मीडिया का उद्देश्य जानकारी साझा करना है, लेकिन अगर इस प्लेटफॉर्म का उपयोग भ्रामक जानकारी फैलाने के लिए किया जाए तो यह समाज के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे मामलों में हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है और गलत सूचनाओं को फैलाने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष:
इस वायरल वीडियो के संदर्भ में जो दावा किया गया था, वह पूरी तरह से गलत था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की कोई भी प्रतिक्रिया इस वीडियो से संबंधित नहीं थी। यह वीडियो पहले ही पोस्ट किया गया था और बाद में इसे संपादित करके गलत जानकारी फैलाई गई। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं से बचने के लिए हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए और सिर्फ प्रमाणित स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।