कुछ सोशल मीडिया यूजर्स एक सरकारी दस्तावेज शेयर कर आरोप लगा रहे हैं कि कमल नाथ सरकार ने कोरोना काल में रमजान के मद्देनजर क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे सभी मुसलमानों को दूध और फल आदि उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया था. लेकिन हिंदुओं के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई.
दावा
कोरोना काल में कमल नाथ सरकार के शासनकाल में आदेश जारी किया गया था कि क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले सभी व्रतियों को सरकार की ओर से दूध-फल आदि उपलब्ध कराया जाएगा।
सच्चाई
यह आदेश शिवराज चौहान सरकार के कार्यकाल में जारी हुआ था, न कि कमल नाथ सरकार के कार्यकाल में। इसकी पुष्टि खुद जारीकर्ता अधिकारी ने 'आजतक' से की.
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 13 राज्यों की 88 सीटों पर 26 अप्रैल को वोट डाले गए. इस बवाल के बीच सोशल मीडिया पर राजनीतिक बयानबाजी भी जारी है. पुरानी तस्वीरों, वीडियो और दस्तावेजों के जरिए पार्टियां एक-दूसरे पर निशाना साध रही हैं. इसी कड़ी में अब मध्य प्रदेश में कोरोना काल के दौरान जारी एक आदेश अचानक सुर्खियों में आ गया है.
दरअसल, कुछ सोशल मीडिया यूजर्स एक सरकारी दस्तावेज शेयर कर आरोप लगा रहे हैं कि कमल नाथ सरकार ने कोरोना काल में रमजान को देखते हुए क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे सभी मुसलमानों को दूध और फल आदि उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया था. लेकिन हिंदुओं के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई. इस डॉक्युमेंट को पोस्ट कर कई लोग चेतावनी दे रहे हैं कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो वह हिंदुओं की अनदेखी और मुसलमानों को फायदा पहुंचाती रहेगी।