महाराष्ट्र में मीरा-भायंदर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन चुनाव के दौरान एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार गुट) के एक उम्मीदवार की नामांकन दाखिल करने के कुछ ही घंटों बाद हार्ट अटैक से मौत हो गई। इस घटना ने न सिर्फ राजनीतिक हलकों को झकझोर दिया है, बल्कि पूरे मीरा-भायंदर क्षेत्र में शोक का माहौल पैदा कर दिया है। मृतक उम्मीदवार की पहचान जावेद पठान (66 वर्ष) के रूप में हुई है, जो मीरा-भायंदर महानगरपालिका के वार्ड नंबर 22 से एनसीपी के प्रत्याशी थे। बताया जा रहा है कि जावेद पठान ने चुनावी प्रक्रिया के तहत सुबह अपना नामांकन दाखिल किया था और वह चुनाव प्रचार की तैयारियों में जुटे हुए थे। लेकिन उसी दिन दोपहर में अचानक आई एक स्वास्थ्य आपात स्थिति ने उनकी जान ले ली।
नामांकन के कुछ घंटे बाद आया हार्ट अटैक
मिली जानकारी के अनुसार, जावेद पठान ने सुबह करीब 10 से 11 बजे के बीच मीरा-भायंदर महानगरपालिका चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद वे सामान्य रूप से अपने काम में लगे रहे। लेकिन दोपहर करीब 3:30 बजे, मीरा रोड के हैदरी चौक इलाके में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें तेज सीने में दर्द की शिकायत हुई।
आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की। हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके और अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है।
राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर
जावेद पठान की अचानक हुई मौत से मीरा-भायंदर के राजनीतिक गलियारों में गहरा शोक फैल गया है। चुनावी माहौल के बीच इस तरह की घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस पर दुख व्यक्त किया है और दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री और एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता अजित पवार ने भी इस दुखद घटना की पुष्टि की। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट साझा करते हुए जावेद पठान के निधन पर शोक जताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। अजित पवार ने कहा कि यह पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
अनुभवी और सम्मानित नेता थे जावेद पठान
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, जावेद पठान मीरा-भायंदर क्षेत्र में एक अनुभवी और सम्मानित राजनीतिक चेहरा माने जाते थे। वे लंबे समय से सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े हुए थे और क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती थी। वार्ड नंबर 22 से उनकी उम्मीदवारी को एनसीपी के लिए अहम माना जा रहा था। ऐसे में उनके अचानक निधन से पार्टी को चुनावी रणनीति के लिहाज से भी बड़ा झटका लगा है।
चुनाव कार्यक्रम पर क्या पड़ेगा असर?
बताया जा रहा है कि मीरा-भायंदर महानगरपालिका चुनाव 15 जनवरी 2026 को होने हैं, जबकि मतगणना और नतीजे 16 जनवरी 2026 को घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, इस बार मुंबई महानगरपालिका (BMC) सहित राज्य की कुल 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव कराए जा रहे हैं।
चुनाव आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर 2025 थी, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 2 जनवरी 2026 तय की गई है। अब जावेद पठान के निधन के बाद वार्ड नंबर 22 में एनसीपी की ओर से आगे की रणनीति क्या होगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
संवेदनाओं का दौर जारी
जावेद पठान की मौत के बाद उनके परिवार में मातम पसरा हुआ है। पार्टी कार्यकर्ता, समर्थक और स्थानीय नागरिक लगातार उनके घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। चुनावी सरगर्मियों के बीच हुई इस घटना ने यह याद दिला दिया है कि राजनीति की भागदौड़ और तनाव के बीच स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना कितना घातक साबित हो सकता है। पूरे मीरा-भायंदर में इस समय शोक और संवेदना का माहौल बना हुआ है।